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शुक्रवार, 6 अक्टूबर 2023

Jatt ko kaise kabu me kare

 जाट को कैसे काबू में करें?

अगर आप ये सोच रहे हैं कि आप जाट को काबू (Jatt ko kaise kabu me kare) में कर सकते हैं तो ये आपका दिवालियापन है। क्योंकि किसी भी जाति के बारे में ऐसा सोचना पूरी तरह से गलत बात है। 


आजकल बहुत से लोग ऐसे मिल जायेंगे जो गूगल पर उलटे सीधी चीजों को सर्च करते रहते हैं। बहुत से लोग तो किसी प्रकार के लड़ाई के कारण या फिर जलन के कारण ऐसा करते रहते हैं। बहुत से लोग तो जात पात को बहुत अधिक मानते हैं और वे जाट को अपने से नीचा या गलत मानते हैं। जिसकी वजह से वे जाट से नफरत करने लग जाते हैं। जबकि हमें कभी भी ऐसी भावना अपने मन में नहीं लाना चाहए। अगर आप "जाटों को कैसे काबू में करें" का सपना देख रहे हैं और सर्च इंज पर इसे सर्च कर रहे हैं तो सावधान हो जाए। क्योंकि ऐसा करना पूरी तरह से आपको महंगा पड़ सकता है। क्योंकि किसी जाट को आपके बारे में ये चीज पता गया तो वो आपके अंदर की सभी खुजली को एक बार में ही मिलटा देगा।  


वैसे भी बहुत से लोगों का कहना है कि जाट से बड़ा कोई शेर नहीं। इसलिए आप लोग सुधर जाओ जो ये भावना अपने मन में ला रहे है। 


कभी भी यह मत खोजो कि जाट को कैसे नियंत्रित किया जाए। खोजने से पहले यह जान लें कि जाट सिंधु नदी घाटी के वीर योद्धाओं के वंशज हैं। वह किसानों के नेता हैं. उसके राज्य में कोई भूखा नहीं मरता।


कभी भी यह मत सर्च करों की जाट को कैसे काबू में करें (Jatt ko kaise kabu me kare)। अगर आप ये कर रहे हैं तो सबसे पहले इनके बारे कि इतिहास को अवश्य ही जान लें। ये सिंधु नदी घाटी के वीर योद्धाओं के वंशज हैं। ऐसा कहा जाता है कि उस समय में उनके राज्य में कोई भूखा नहीं मरता था। इसलिए हम जाट भाइयों को बड़े सम्मान की दृष्टि से देखना चाहिए। 


Jatt ko kaise kabu me kare ये कभी मत खोजो। खोजने से पहले जान जाये कि ये सिंधु नदी-घाटी के वीर योद्धा के खादान से आते हैं। कभी ये लोग किसानो के सरदार हुआ करते थें। ये बहुत ही धनवान थे और हर गरीब लोगों की मदद किया करते थें। 


अपनी औकात में रहकर सर्च करें

जाट को काबू कैसे करें (Jaat Ko Control or Kabu Kaise Kare)  सोचना एक बालक बुद्धी की तरह है। अगर किसी के दिल में जाट को काबू के करने का ख्याल है, तो इस ख्याल को उसे तू निकाल देना चाहिए क्योंकि इस जन्म में तो तुमसे ये ना हो पाएगा। अगर फिर भी कुछ Jaat को काबू करने की सोच रहे हो तो यह सिर्फ सपना ही रह पायेगा कभी भी हकीकत नहीं बन पायेगा। 


जाटों पर नियंत्रण कैसे करें?

जाटों को काबू में करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है मरे भाई। जाट कोई हवाई आदमी नहीं है जिसे कोई अपने फूक से उड़ा दे। जाट अपने आप में ताकतवार इंसान है जो किसी से हार नहीं मानता है। 


जाट सत्रहवीं शताब्दी में अस्तित्व में आए। उन्होने उस समय मुगल सम्राट औरंगजेब के खिलाफ विद्रोह भी किया था। इसके बाद भरतपुर में एक शक्तिशाली राज्य का निर्माण किया। लेकिन विद्रोही मुख्य रूप से हरियाणा, पंजाब के ग्रामीण इलाकों, गंगा दोआब के पूर्वी हिस्से और पूर्वी क्षेत्र के विभिन्न छोटे राज्यों में फैले हुए थे। ये प्राचीन और मध्ययुगीन काल में कृषि व्यवसायी थे, और महान योद्धा भी थे जिन्हें हिंदू और मुस्लिम राजाओं द्वारा नियोजित किया गया था।

आगरा क्षेत्र के कुछ महत्वाकांक्षी Jaat जमींदार जो स्वतंत्र रियासतें स्थापित करना चाहते थे, उन्हें मुगलों, राजपूतों और अफगानों के बीच संघर्ष में ले आए। सूरजमल एकमात्र Jaat नेता थे जिन्होंने बिखरे हुए जाटों का एकत्रित किया था और एक शक्तिशाली राज्य की स्थापना की थी। 


जाट को कैसे काबू में करें? जाट को कैसे वश में करें?

गोकला: वह तिलपत का जमींदार था और जिसने 1669 ई. में भारत पर शासन किया था। यहाँ तक कि जाटों ने भी विद्रोह कर दिया था। इसे मुगल गवर्नर हसन अली ने मंजूरी दे दी थी।

राजाराम: वह सिंसाणा का जमींदार था और उसने 1685 ई. में जाटों को विद्रोह करने के लिए नेतृत्व प्रदान किया था। इन्हें अंबर के राजा बिशन सिंह कछवाहा ने सील कर दिया था।

चूड़ामन: वह राजाराम का भतीजा था जिसने 1704 ई. में भारत पर शासन किया था। मुगलों को हराया और सिंसानी पर कब्ज़ा कर लिया। बहादुर शाह ने उन्हें मनसब दिया और भरतपुर राज्य की स्थापना की और बंदा बहादुर के खिलाफ मुगलों की सेवा की।

बदन सिंह: वह चूड़ामन का भतीजा था। उन्हें 'राजा' की उपाधि अहमद शाह अब्दाली से मिली। उन्हें भरतपुर के जाट राज्य का वास्तविक संस्थापक माना जाता था।

सूरजमल: यह बदन सिंह का पुत्र था। उन्हें 'जाट जनजाति के प्लेटो' और 'जाट यूलिसिस' के रूप में याद किया जाता है क्योंकि वह आंचल बिंदु पर जाट साम्राज्य चलाते थे। उन्होंने आगरा, मेवाड़ और दिल्ली के क्षेत्रों में अभियानों का नेतृत्व किया और पानीपत की तीसरी लड़ाई में मराठों की मदद करने के लिए सहमत हुए। उसे दिल्ली के पास पठानों ने मार डाला।


जाट को कैसे वश में करें? जाट को कैसे वश में करें?


17वीं शताब्दी और मुगलों के विघटन के बाद एक नए योद्धा वर्ग का उदय हुआ, यानी जाट, जो खुद को इंडो-सीथियन के वंशज होने का दावा करते हैं, जो मध्य एशिया से भारत में आए थे, जबकि अन्य आगे बढ़ते हैं, जो उन्हें प्राचीन गेटे में वापस लाते हैं। . और सीथियन मसागेटे से जुड़ते हैं। हालाँकि इनका गठन राज्यों के रूप में हुआ था, लेकिन इनकी आंतरिक संरचना जनजातीय संघर्षों से भरी हुई है।

शुक्रवार, 8 सितंबर 2023

UP Bihar walo kaise kabu kare

यूपी बिहार वालो कैसे कबू करे

यदि आपके मित्र उत्तर प्रदेश (यूपी) या बिहार से हैं और आप उनका विश्वास और सहयोग अर्जित करना चाहते हैं, तो उन पर काबू में करने के (UP Bihar walo kaise kabu kare) बजाय गर्मजोशी और खुले संचार के साथ संपर्क करें। यूपी और बिहार के निवासी अपनी मेहनती कार्यशैली और तेज बुद्धि के लिए जाने जाते हैं। इनसे दोसती करना आपके लिए बहुत फादेमंद होगा। चलिए जानते हैं कैसे-

यदि आप ये सोच रहे हैं कि UP Bihar walo kaise kabu kare तो ये सोचना भी नहीं क्योकि ऐसा करने आपके लिए खतरनाक हो सकता है। बल्कि आपको यह सोचना चाहिए कि यूपी और बिहार के लोगों के साथ मजबूत रिश्ते और गहरी दोस्ती कैसे की जाए। ईमानदारी सर्वोपरि है; उन्हें कभी धोखा न दें या जानकारी न छिपाएँ। इसके बजाय, अपने विचारों और भावनाओं को खुलकर UP Bihar walo के साथ साझा करें।  वे आपको पारस्परिक प्रतिक्रिया देंगे। यह दृष्टिकोण यूपी और बिहार वालों के साथ गहरे संबंधों और आपसी विश्वास को बढ़ावा देगा। इसके फलस्वरूप आपके हृद्य से इनके प्रति ऐसी भावना (UP Bihar walo kaise kabu kare) भी दूर हो जायेगी। 


यूपी और बिहारियों से संबंध

यूपी और बिहारी लोग अपनी तीव्र बुद्धि के लिए प्रसिद्ध हैं, जिससे उन्हें हेरफेर के माध्यम से नियंत्रित करना मुश्किल है। उन्हें काबू में करने के बजाय, सार्थक संबंध स्थापित करने पर ध्यान केंद्रित करें। यूपी और  बिहारी व्यक्तियों को नियंत्रित करने की कोशिश के नकारात्मक परिणाम हो सकते हैं। क्योंकि ऐसा करने से आपके जीवन के लिए संकट भी उत्पन्न हो सकता है।


उत्तर प्रदेश और बिहार में लोगों को कैसे प्रभावित करें और प्रेरित करें?

जिन लोगों में UP Bihar walo kaise kabu kare की भावना है वे लोग सही कभी भी नहीं हो सकते हैं। क्योंकि किसी के प्रति घृणा की भावना रखना कभी भी सही नहीं ठहराया जा सकता। उत्तर प्रदेश (यूपी) और बिहार जैसे विविध और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध राज्यों में, लोगों के साथ गहरे स्तर पर जुड़ना और उन्हें प्रेरित करना हमेशा आपके लिए लाभकारी होगा। अपने ऐतिहासिक महत्व और जीवंत परंपराओं के लिए जाने जाने वाले बिहार और उत्तर प्रदेश दोनों राज्य सकारात्मक प्रभाव डालने के इच्छुक किसी भी व्यक्ति के लिए अद्वितीय चुनौतियाँ और अवसर प्रदान करते हैं। चलिए यहां पर जानते हैं कि हम यूपी और बिहार के लोगों से कैसे जुड़ सकते हैं तथा उन्हे प्रभावित कर सकते हैं।


यूपी बिहार की सांस्कृतिक परिदृश्य को समझना

यदि आप यूपी बिहार वालो कैसे कबू करें के बारे में सोच रहे हैं तो सबसे पहले अपने शब्दों पर विचार करें। क्योंकि किसी को काबू में करना और उन्हे प्रभावित करना दो अलग-अलग बात है। काबू करना में यह स्पष्ट नहीं हो रहा है कि आप उसे प्रेम की बावना में काबू करना चाहते हैं या दुष्मनी की भावना में। जबकि उन्हे प्रभावित करने का मतलब अच्छी भावना है। 

यूपी और बिहार के लोगों के साथ प्रभावी ढंग से जुड़ने के लिए इन राज्यों के सांस्कृतिक ताने-बाने को समझना महत्वपूर्ण होगा। होली और दिवाली जैसे त्योहारों को मनाने से लेकर सदियों पुरानी परंपराओं का सम्मान करने तक आपको अच्छी तरह से समझना होगा। यहां के लोगों को प्रभावित करने के लिए स्थानीय संस्कृति में खुद को डुबो देना विश्वास और तालमेल बनाने की दिशा में आपका पहला कदम होगा है। यह Up bihar walo ko kabu mein kaise karen का सबसे असान तरीका होगा। 


स्थानीय भाषाओं को अपनाएं)

यूपी बिहार वालो से जुड़ने का सबसे प्रभावी तरीका उनकी स्थानीय भाषाओं को सीखना और उनका उपयोग करना है। यहां हिंदी, अवधी, भोजपुरी और मैथिली व्यापक रूप से बोली जाती है। लोगों की भाषा बोलने से न केवल संचार बाधाएं टूटती हैं बल्कि उनकी संस्कृति में आपकी वास्तविक रुचि भी पता चलती है। इसलिए स्थानीय भाषाओं को सीखें और फिर UP Bihar walo kaise kabu kare के बारे में सोचें। 


परंपराओं और त्योहारों का सम्मान करें

स्थानीय त्योहारों और परंपराओं में भाग लेना समुदाय के साथ जुड़ने का एक शानदार तरीका हो सकता है। चाहे वह छठ पूजा का भव्य उत्सव हो या होली का रंगीन उत्साह, इन त्यौहारों में शामिल होना उनके रीति-रिवाजों के प्रति आपके सम्मान को दर्शाता है। ऐसा करके आप यूवी और बिहार वालों को प्रभावित (Up bihar walo ko kabu mein kaise karen) कर सकते हैं। 


विश्वास और विश्वसनीयता का निर्माण

किसी भी रिश्ते में विश्वास आधारशिला बनता है। यूपी और बिहार में विश्वास को बहुत अधिक महत्व दिया जाता है। यूपी और बिहार वालों को काबू में करने के लिए अपने आप को विश्वसनीय व्यक्ति के रूप में स्थापित करें। इसके बाद आप UP Bihar walo kaise kabu kare के बारे में सोचें। 


सामुदायिक भागीदारी

यूपी बिहार वालों में सामुदायिक पहल और सामाजिक कार्यों में शामिल होना आदि प्रमुख रुप से शामिल है। इन लोगों में कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता भी बहुत अधिक दिखाई देती है। यदि यहां के लोगों के साथ आप दोस्ती करना चाहते हैं तो समुदाय का विश्वास हासिल करने के लिए स्थानीय कार्यक्रमों, चैरिटी अभियानों या शैक्षिक कार्यक्रमों भाग लें। 


पारदर्शी और ईमानदार रहें

उत्तर प्रदेश और बिहार में ईमानदारी और पारदर्शिता को अत्यधिक महत्व दिया जाता है। चाहे व्यक्तिगत रिश्ते हों या पेशेवर व्यवहार, स्पष्टवादी और ईमानदार होने से आपको सम्मान और विश्वसनीयता मिलेगी। यूपी और बिहार वालों को काबू (UP Bihar walo kaise kabu kare) में करने के लिए आप अपने अंदर पारदर्शी और ईमानदार भावना को भरें। 


आप जो उपदेश देते हैं उसका अभ्यास करें

यूपी और बिहार वालों को काबू में करने के लिए आप जो उपदेश देते हैं उसका अभ्यास करें और सोचे कि क्या वे आपसे प्रभावित होंगे। आपके कार्यों और शब्दों में स्थिरता आवश्यक है। यदि आप सकारात्मक बदलाव की वकालत करते हैं, तो इसे अपने जीवन में लागू करने वाले पहले व्यक्ति बनें। ऐसा करके आप यूपी और बिहार वालों के दिल को जीत लेंगे। जिसके फलस्वरु वे खुद ही आपके काबू में आ जायेंगे। 


लचीला व्यक्ति बनें

यूपी और बिहार के लोगों में जीवन चुनौतीपूर्ण हो सकता है, और लचीलापन एक ऐसा गुण है जिसकी अत्यधिक प्रशंसा की जाती है। बाधाओं को कैसे दूर किया जाए और असफलताओं से कैसे उबरें इसके बारे में सोचे। फिर उत्तर प्रदेश और बिहार वालों को काबू (UP Bihar walo kaise kabu kare) में करने के बारे में सोचें

उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों से जुड़ने और उन्हें प्रभावित करने के लिए उनकी संस्कृति, मूल्यों और आकांक्षाओं की गहरी समझ की आवश्यकता है। विश्वास कायम करना, प्रभावी संचार और उदाहरण के तौर पर नेतृत्व करना इन राज्यों में सकारात्मक प्रभाव पैदा करने के स्तंभ हैं। हम आशा करते हैं कि अब आप समझ गये होंगे कि यूपी बिहार वालो कैसे कबू करे, ये सोचना गलत है। बल्कि इसकी जगह पर उन्हे कैसे प्रभावित करें यह सोचना सही है। 

नीचे कुछ कास जानकारी के लिंक्स दी जा रही है इसे पढ़ं और अपने ज्ञानकोष में इजाफा करें। 

गुरुवार, 7 सितंबर 2023

Happy krishna janmashtami: हर्षोल्लास पूर्वक कृष्ण जन्माष्टमी मनाएं

 Happy Krishna Janmashtami

भगवान कृष्ण के जन्म के दिव्य सार (Divya Saar) को अपनाना और उसे त्योहार के रुप में माना एक अलग ही आनन्द दायक होता है। कृष्ण जन्माष्टमी, भगवान श्री कृष्ण के जन्म का उत्सव के रुप में मनाने वाला एक त्यौहार है। Shri krishna janmashtami के अवसर पर लाखों लोगों के बीच खुशी और भक्ति का संचार होता है। 

Shri Krishna janmashtami पवित्र अवसर धार्मिक सीमाओं से बहुत परे है। भगवान श्री कृष्ण का श्रृंगार उत्सव में भाग लेने वाले सभी लोगों के दिलों को छूता है। चलिये यहां पर हम कृष्ण जन्माष्टमी के महत्व, हिंदू रीति-रिवाजों और परंपराओं और उन रमणीय कारणों को जानते हैं। कृष्ण जन्माष्टमी जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाता है।

Happy krishna janmashtami

(Accepting the divine essence (Divya Saar) of Lord Krishna's birth and considering it as a festival is another pleasure. Krishna Janmashtami is a festival celebrating the birth of Lord Shri Krishna. On the occasion of Shri Krishna Janmashtami, there is communication of happiness and devotion among lakhs of people.


Shri Krishna janmashtami holy occasion is far beyond religious boundaries. Worship of Lord Shri Krishna touches the hearts of all who participate in this festival. Here let us know the significance of Krishna Janmashtami, Hindu customs and traditions and the pleasing reasons. Krishna Janmashtami puts a smile on the faces of people from all walks of life.)


भगवान कृष्ण का दिव्य जन्म

कृष्ण जन्माष्टमी भगवान कृष्ण के जन्म की कहानी को याद करने और भगवान के प्रति श्रदाभाव रखने का त्यौहार है। श्री कृष्ण भगवान को भगवान विष्णु का आठवां अवतार माना जाता है। यह शुभ दिन भाद्रपद महीने में कृष्ण पक्ष के आठवें दिन अथार्त अष्टमी को होता है। ऐसा माना जाता है कि मथुरा में जन्मे भगवान श्री कृष्ण बुराई को खत्म करने और प्रेम और धार्मिकता फैलाने के लिए दुनियां में अवतार लिये थे। 


भगवान श्री कृष्ण के प्रति आध्यात्मिक महत्व

Krishna Janmashtami का यह शुभ दिन सिर्फ एक उत्सव नहीं बल्कि आध्यात्मिक चिंतन का भी समय है। इस दिन भगवान कृष्ण के भक्त उपवास करते हैं और प्रार्थना में संलग्न होते हैं। अपने और अपने परिवार के लिए आशीर्वाद मांगते हैं उनका सभी दिन मंगलपूर्वक व्यतित हो। जन्माष्टमी आंतरिक शांति खोजने और परमात्मा से जुड़ने का दिन है।


जन्माष्टमी के दिन, तैयारी और सजावट

जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर, लोग अपने घरों और मंदिरों को फूलों और रंगीन रंगोली के डिजाइनों से सजाते हैं। भक्त जन्माष्टमी के दिन हर्ष और उल्लास के साथ भगवान की आराधना करते हैं। इस दिन लोग भगवान श्री कृष्ण के स्वागत के लिए अपने आस-पास की सफाई करते हैं और सजाते हैं।


जन्माष्टमी पर आधी रात का जश्न

श्री कृष्ण जन्माष्टमी का मुख्य आकर्षण मध्यरात्रि उत्सव होता है। भगवान कृष्ण का जन्म आधी रात को लगभग 12 बजे हुआ था। इस वजह से इस पवित्र समय पर दुनिया भर के मंदिर मधुर भजनों और मंत्रों से गूंजते हैं। भक्त इस दिव्य क्षण को देखने और प्रार्थना करने के लिए एक जगह जमा होता है। बहुत से लोग मंदिर जाते हैं तो बहुत से लोग घर में इस समय भगवान की आराधना और कृतन करते हैं। 


दही हांडी और मटकी फोड़ना कार्यक्रम

जन्माष्टमी पर दही हांडी और मटकी फोड़ना कार्यक्रम सबसे प्रतीक्षित परंपराओं में से एक है। इस कार्यक्रम में युवा उत्साह पूर्वक मक्खन से भरे बर्तन को तोड़ने के लिए मानव पिरामिड बनाते हैं। यह बहुत ही मनमोहक दिखता है। दही हांडी और मटकी फोड़ कार्यक्रम भगवान कृष्ण के बचपन की लीलाओं का यह पुनरुत्पादन खुशी और उत्साह के रुप में प्रतित होता है।


स्वादिष्ट जन्माष्टमी भोजन

भारत में कोई भी उत्सव स्वादिष्ट भोजन के बिना अधूरा सा लगता है। इस त्यौहार पर भी लोग स्वादिष्ट जन्माष्टमी भोजन बनाते हैं। भक्त भगवान कृष्ण को प्रसाद के रूप में पंजीरी, माखन मिश्री और खीर जैसे स्वादिष्ट व्यंजन तैयार करते हैं और इसका भोग लगाकर अपने जानने वाले और रिस्तेदारों को प्रसाद के रूम में वितरितकरते हैं। यह दिन ऐसा लगता है जैसे घर में किसी अपने का जन्मदिन मनाया जा रहा हो।


छोटे कृष्णों के रूप में सजना

इस दिन बच्चे और वयस्क समान रूप से भगवान कृष्ण या राधा के रूप में सजकर उत्सव में भाग लेते हैं और कृष्ण लीला करते हैं। ये रंगीन और विस्तृत पोशाकें उत्सव के जीवंत माहौल को देखाना बहुत ही मनमोहक होता है।


कृष्ण की प्रेम और करुणा की शिक्षाएँ

भगवान श्री कृष्ण का जीवन और शिक्षाएँ दुनिया भर में लोगों को प्रेरित करने का काम करती रहती है। भगवान का जीवन प्रेम, करुणा और अपने कर्तव्यों को पूरा करने के महत्व पर उनकी सीख सभी को गहराई से प्रभावित करती है। जन्माष्टमी का अवसर श्री कृष्ण भगवान के मूल्यों को हमारे जीवन में अपनाने की याद दिलाती है।


जन्माष्टमी अब वैश्विक उत्सव बन चुका है

जन्माष्टमी त्यौहार अब केवल भारत तक ही सीमित नहीं है बल्कि विभिन्न देशों में धूमधाम से मनाया जाने वाला त्यौहार बन चुका है। इस शुभ अवसर को चिह्नित करने के लिए दुनिया भर के मंदिर में विशेष कार्यक्रम और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होता है। 


जन्माष्टमी, प्रेम और भक्ति का दिन

श्री कृष्ण जन्माष्टमी सिर्फ एक धार्मिक त्योहार से कहीं अधिक प्रेम, आनंद और भक्ति का उत्सव है। यह लोगों को एक साथ जोड़ने का काम भी करता है। यह लोगों के मतभेदों को दूर करता है और एकता को बढ़ावा देता है। इस त्यौहार पर हमें भगवान कृष्ण के जन्म का जश्न मनाते हैं उनके द्वारा दी गई शिक्षा को अपनाना चाहिए। तो फिर आइए हम अपने दैनिक जीवन में प्रेम और करुणा की उनकी शिक्षाओं को अपनाने का भी प्रयास करें।

जन्माष्टमी के संबंधित पूछे जाने वाले प्रश्न-उत्तर (FAQs)


भगवान श्री कृष्ण के जन्म का क्या महत्व है?

भगवान श्री कृष्ण का जन्म बुराई पर अच्छाई की जीत, प्रेम और धार्मिकता के अवतार का प्रतीक है।

जन्माष्टमी के आधी रात का उत्सव इतना महत्वपूर्ण क्यों है?

जन्माष्टमी के आधी रात का उत्सव भगवान कृष्ण के जन्म के सटीक क्षण को दर्शाता है, यह क्षण सभी भक्तों के लिए आध्यात्मिक रूप से उत्साहित का माहौल होता है।


जन्माष्टमी के त्यौहार पर कुछ पारंपरिक व्यंजन कौन से बनाए जाते हैं?

जन्माष्टमी के त्यौहार पर लोकप्रिय जन्माष्टमी व्यंजनों में पंजीरी, माखन मिश्री, खीर और दूध और मक्खन से बनी विभिन्न मिठाइयाँ शामिल होती हैं। लोग इन व्यंजनों को बहुत ही भक्ती भाव के साथ खाते हैं। 

भारत के बाहर कोई व्यक्ति जन्माष्टमी समारोह में कैसे भाग ले सकता है?

अब आप इस त्यौहार को केवल भारत का त्यौहार नहीं कह सकते हैं बल्कि यह पूरे विश्व का एक प्रषिद्ध त्यौहार बन चुका है। इस अवसर पर दुनिया भर में कई मंदिर और सांस्कृतिक संगठन जन्माष्टमी कार्यक्रम आयोजित होता है। यदि आप इन त्यौहार के समारोह में भाग लेना चाहते हैं तो आप मंदिर और सांस्कृतिक संगठन से सम्पर्क करें। 

भगवान श्री कृष्ण की कुछ प्रमुख शिक्षाएँ क्या हैं?

भगवान श्री कृष्ण की कुछ प्रमुख शिक्षाएँ प्रेम, करुणा और परिणामों के प्रति आसक्ति के बिना अपने कर्तव्यों को पूरा करने पर जोर देती हैं।

श्री कृष्ण जन्माष्टमी एक सुंदर उत्सव है जो लोगों को प्रेम और भक्ति में जोड़ता है। यह भगवान श्री कृष्ण की शिक्षाओं में डूबने और एकजुटता के बंधन को संजोने का दिन है। चलिए इस अवसर पर भजनों की दिव्य धुन को सुनते हुए हाथ मिलाएं और इस खुशी के अवसर को प्यार और कृतज्ञता से भरे दिलों के साथ जन्माष्टमी मनाएं।

चलिए भगवान श्री कृष्ण के शिक्षाओं को याद करते हैं और उन्हें अपने जावन में धारण करते हैं। नीचे कुछ लिंक्स दी जा रही है जिसमें आपको भगवान श्री कृष्ण शिक्षाएं मिलेगी। 


शुक्रवार, 19 मई 2023

VAT Savitri Puja

वट सावित्री पूजा क्या है?

वट सावित्री पूजा को भारत के कई क्षेत्रों में Vat Purnima (वट पूर्णिमा) या वट सावित्री पर्व भी कहा जाता है। यह पर्व भारत के मध्य प्रदेश, गुजरात, बिहार, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक आदि राज्यों में मनाया जाता है। VAT Savitri Puja को पत्नियां करती है और भगवान  से कामना करती है कि उनके पति की आयु लंबी हो, घर में धन और समृद्धि का वास हो तथा घर में सुख-शांति बनी रहे। 

VAT Savitri Puja

What is Vat Savitri Puja?

Vat Savitri Puja is also known as Vat Purnima or Vat Savitri Parv in many regions of India. This festival is celebrated in the states of Madhya Pradesh, Gujarat, Bihar, Punjab, Haryana, Uttar Pradesh and Karnataka etc. Wives perform VAT Savitri Puja and pray to God that their husbands live long, wealth and prosperity reside in the house and happiness and peace remain in the house.

धन्य वो देवी जो पति सुख के लिए व्रत पावे, 

धन्य वो पति जो देवी रूप पत्नी पावे, 

धन्य वो स्वरुप जो मनुष्यता का दीप जलावे. 

वज सावित्री की हार्दिक शुभकामनाएं।


वट सावित्री व्रत कथा एक ऐसा व्रत है जिसमें हिंदू धर्म को मानने वाली सभी महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और संतान की प्राप्ति की कामना करती हैं। VAT Savitri Puja व्रत उत्तर भारत में बहुत लोकप्रिय है और दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में भी इसे मनाया जाता है। Vat Purnima व्रत का पर्व गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा सहित दक्षिण भारत में विशेष रूप से मनाया जाता है। यह पर्व उसी तरह मनाया जाता है जैसे उत्तर भारत में वट सावित्री व्रत का पर्व मनाया जाता है। वट सावित्री व्रत ज्येष्ठ मास की अमावस्या को रखा जाता है, वहीं वट पूर्णिमा व्रत ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। मान्यता है कि इस व्रत को करने वाली विवाहित महिलाओं को अखंड सौभाग्य का फल मिलता है और घर में सुख-शांति और पति की लंबी आयु का वास होता है।

पौराणिक ग्रंथों में इस व्रत की तिथि के संबंध में अलग-अलग मत हैं। दरअसल यह व्रत ज्येष्ठ मास की अमावस्या और उसी माह की पूर्णिमा के दिन किया जाता है। निर्चनामृत के अनुसार वट सावित्री व्रत ज्येष्ठ मास की अमावस्या को रखा जाता है, जबकि स्कंद पुराण और भविष्योत्तर पुराण ज्येष्ठ पूर्णिमा को मनाने का निर्देश है।

वट सावित्री व्रत कथा

पौराणिक, प्रामाणिक और प्रचलित वट सावित्री व्रत कथा के अनुसार सावित्री का पति अल्पायु था। उसी समय देव ऋषि नारद ने आकर सावित्री से कहा कि तुम्हारा पति अल्पायु है। तुम दूसरा वर मांगो। लेकिन सावित्री ने कहा - मैं एक हिंदू महिला हूं, मैं केवल एक बार अपना पति चुनती हूं। उसी समय सत्यवान के सिर में बहुत पीड़ा होने लगी।


सावित्री ने बरगद के पेड़ के नीचे अपने पति का सिर गोद में रखकर उन्हें लिटा दिया। उसी समय सावित्री ने देखा कि यमराज बहुत से यमदूतों को लेकर पहुंचे हैं। सत्यवान की आत्मा को दक्षिण की ओर ले जाने लगे। यह देखकर सावित्री भी यमराज के पीछे पीछे चलने लगी।


उसे आते देख यमराज ने कहा- हे पतिव्रता स्त्री! पत्नी अपने पति को धरती तक ही सहारा देती है। अब तू लौट जा। इस पर सावित्री ने कहा- मेरे पति जहां रहेंगे, वहीं मुझे उनके साथ रहना है। यह मेरी पत्नी का धर्म है। सावित्री के मुख से यह उत्तर सुनकर यमराज बहुत प्रसन्न हुए। उन्होंने सावित्री से वर मांगने को कहा और कहा- मैं तुम्हें तीन वर दूंगा। बताओ तुम कौन से तीन वर लोगे?


तब सावित्री ने अपने सास-ससुर के लिए नेत्र ज्योति मांगी, ससुर का खोया हुआ राज्य मांगा और अपने पति सत्यवान के सौ पुत्रों की माता बनने का वरदान मांगा। सावित्री के ये तीन वरदान सुनकर यमराज ने उसे आशीर्वाद दिया और कहा- तथास्तु! जो तुमने कहा है वही होगा। सावित्री फिर उसी बरगद के पेड़ पर लौट आई। जहां सत्यवान मृत पड़ा था। सत्यवान के शव का फिर संचार हुआ। इस प्रकार सावित्री ने VAT Savitri Puja  के प्रभाव से न केवल अपने पति को जीवित कर दिया, बल्कि अपनी सास और ससुर को नेत्र ज्योति प्रदान करके खोया हुआ राज्य भी अपने ससुर को लौटा दिया।


तभी से वट सावित्री अमावस्या और वट सावित्री पूर्णिमा पर बरगद के पेड़ की पूजा करने का विधान है। इस व्रत को करने से सौभाग्यवती स्त्रियों की मनोकामना पूर्ण होती है और उनका सौभाग्य अखंड रहता है। हम आशा करते हैं कि वट सावित्री व्रत कथा आपको अवश्य ही पसंद आयी होगी।


VAT Savitri Puja के कथा का सार

वट सावित्री पूजा के कथा का सार यह है कि श्रद्धापूर्वक समर्पित स्त्रियां अपने पति को सभी दुखों और कष्टों से दूर रखने में सक्षम होती हैं। जिस प्रकार सावित्री ने पतिव्रता धर्म की शक्ति से ही अपने पति सत्यवान को यमराज के बंधन से मुक्त कराया था। इतना ही नहीं, उसने अपना खोया राज्य और अंधी सास-ससुर की आंखों की रोशनी भी वापस पा ली। इसी प्रकार स्त्रियों को भी पति को ही अपना गुरु और सब कुछ मानना चाहिए।

वट सावित्री पूजा विधि

वट सावित्री पूजा में वट यानी बरगद के पेड़ का पूजा किया जाता है तथा इसके साथ सत्यवान-सावित्री और यमराज की भी पूजा की जाती है। 

मान्यता है कि वट के पेड़ में तीनों देवताओं ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास होता है इसलिए वट की पूजा के बिना यह व्रत संभव नहीं हो सकता है। 

  • पूजा करने के लिए सबसे पहले बरगद के पेड़ के सामने बैठ जाएं। फिर उसकी पूजा करें। इससे आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होगी।
  • वट सावित्री पूजा के दिन विवाहित महिलाओं को सुबह जल्दी उठकर स्नान करना चाहिए।
  • इसके बाद रेत से भरी बांस की टोकरी लें और उसमें ब्रह्मदेव की मूर्ति के साथ सावित्री की मूर्ति को स्थापित करें।
  • इसी तरह दूसरी टोकरी में सत्यवान और सावित्री की मूर्ति को भी स्थापित करें। दोनों टोकरियों को बरगद के पेड़ के नीचे रख दें और ब्रह्मदेव और सावित्री की मूर्तियों की पूजा करें।
  • उसके बाद सत्यवान और सावित्री की मूर्तियों की पूजा करें। बरगद के पेड़ की पूजा के लिए जल, फूल, रोली-मौली, कच्चा कपास, भीगा हुआ चना, गुड़ आदि चढ़ाएं और जलाभिषेक करें।
  • बरगद के पेड़ के तने के चारों ओर एक कच्चा धागा लपेटें और उसकी तीन बार परिक्रमा करें।
  • इसके बाद महिलाओं को वट सावित्री व्रत की कथा सुननी चाहिए। कहानी सुनने के बाद भीगे हुए चने निकाल लें और उस पर कुछ पैसे रखकर अपनी सास को दे दें। जो महिलाएं अपनी सांसों से दूर रहती हैं, उन्हें बयाना भेजकर उनका आशीर्वाद लें। पूजा समाप्त होने के बाद ब्राह्मणों को वस्त्र और फल आदि का दान करें।

वट सावित्री पूजा का शुभ मुहूर्त

वट सावित्री पूजा - अमावस्या शुक्रवार, 19 मई 2023
पूजा प्रारंभ - 18 मई 2023, 09:42 अपराह्न
पूजा  समाप्त - 19 मई 2023, 09:22 रात्रि 

वट सावित्री व्रत पूजा की सामग्री

  • बरगद के पत्ते (Banyan leaves)
  • लाल कलावा या मौली या सूत (Red Kalava or Molly or Soot)
  • बांस का पंखा (bamboo fan)
  • लाल वस्त्र पूजा में बिछाने के लिए (Red cloth for laying in worship)
  • कुमकुम या रोली (kumkum or roli)
  • फल (Fruit)
  • पुष्प (flowers)
  • धूप-दीप (Incense lamp)
  • जल भरा हुआ कलश
  • चना (भोग के लिए)
  • मूंगफली के दाने (peanuts)
  • सुहाग का सामान (wedding accessories)

वट सावित्री पूजा का महत्व

सनातन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार वट सावित्री पूजा का महात्व करवा चौथ के समान ही माना जाता है। इस दिन विवाहित महिलाएं विशिष्ट अनुष्ठानो और प्रक्रियाओं का पालन करते हुए बरगद के पेड़ की पूजा करती है। ऐसा माना जाता है कि बरगद के पेड़ की पूजा करने से पति की आयु लंबी, समृध्दि और घर में सुख-शांति का वास होता है। सभी प्रकार के कष्टो का नाश भी होता है। 

वट सावित्री व्रत पूजा की आरती


अश्वपती पुसता झाला।।
नारद सागंताती तयाला।।
अल्पायुषी सत्यवंत।।
सावित्री ने कां प्रणीला।।
आणखी वर वरी बाळे।।
मनी निश्चय जो केला।।
आरती वडराजा।।1।।

दयावंत यमदूजा।
सत्यवंत ही सावित्री।
भावे करीन मी पूजा।
आरती वडराजा ।।
ज्येष्ठमास त्रयोदशी।
करिती पूजन वडाशी ।।
त्रिरात व्रत करूनीया।
जिंकी तू सत्यवंताशी।
आरती वडराजा।।2।।

स्वर्गावारी जाऊनिया।
अग्निखांब कचलीला।।
धर्मराजा उचकला।
हत्या घालिल जीवाला।
येश्र गे पतिव्रते।
पती नेई गे आपुला।।
आरती वडराजा।।3।।

जाऊनिया यमापाशी।
मागतसे आपुला पती।
चारी वर देऊनिया।
दयावंता द्यावा पती।
आरती वडराजा ।।4।।

पतिव्रते तुझी कीर्ती।
ऐकुनि ज्या नारी।।
तुझे व्रत आचरती।
तुझी भुवने पावती।।
आरती वडराजा ।।5।।

पतिव्रते तुझी स्तुती।
त्रिभुवनी ज्या करिती।।
स्वर्गी पुष्पवृष्टी करूनिया।
आणिलासी आपुला पती।।
अभय देऊनिया।
पतिव्रते तारी त्यासी।।
आरती वडराजा।।6।।



वट सावित्री पूजा से संबंधित कुछ सुविचार


जोड़ी तेरी मेरी कभी न टूटे, 
हम तुम कभी एक दूजे से ना रूठे, 
हम दोनों सात जन्मों तक साथ निभाएंगे, 
हर पल मिलकर खुशियां मनाएंगे
वट सावित्री 2023 की हार्दिक शुभकामनाएं...

आज मुझे आपका खास इंतेजार है, 
ये दिन है वट सावित्री व्रत का, 
आपकी लंबी उम्र की मुझे दरकार है, 
वट सावित्री पर हार्दिक शुभकामनाएं।

रखा है व्रत मैंने, 
बस एक ख्वाहिस के साथ
लंबी हो उम्र आपकी और हर जन्म में मिले आपका साथ,
वट सावित्री 2023 की हार्दिक शुभकामनाएं...

सुख-दुख में हम तुम
हर पल साथ निभाएंगे
एक जन्म नहीं सातों जन्म
हम पति-पत्नी बन जाएंगे। 
Happy Vat Savitri 2023

एक फेरा प्यार के लिए
एक फेरा लंबी आयु के लिए
एक फेरा तेरे-मेरे साथ के लिए
और मिल जुलकर सुंदर संबंध निभाने के लिए। 
वट सावित्री 2023 की हार्दिक शुभकामनाएं...

संग आये लाए खुशियां हजार, 
हर साल मनाए वट सावित्री का त्यौहार
भर दे हमारा दामन खुशियों के साथ
दे जाए उम्र तुम्हें हजार-हजार साल। 
Happy Vat Savitri 2023

आओ कुछ अच्छा पढ़ें और अच्छा सीखें

गुरुवार, 27 अप्रैल 2023

Khushi kya hai

 सच्ची खुशी क्या है?

24 साल का इंजीनियर, 58 लाख सैलरी फिर भी पूछ रहा है कि कैसे पाऊं खुशी

आजकल बहुत से युवा High Level की Degree लेने के पीछे भाग रहे हैं और Degree लेने के बाद, कुछ को अच्छी जॉब मिल भी जाती है। लेकिन उनमें से कुछ लोगों को  (Peace OF Mind) मन की शांति नहीं मिलती। वे हर वक्त ये सोचते रहे हैं कि पैसे तो हैं लेकिन  मन की शांति नहीं। यदि इस प्रकार का जीवन आपके साथ भी है तो आप नीचे दी जा रही सच्ची घटना को अवश्य पढ़े। यह एक अख्बार को पढ़ते हुए हमें मिला। सोचा चलते हैं इसे डिकोड करके समझने की कोशिश करते हैं कि क्या ऐसा कहीं हमारे साथ भी तो नहीं हो रहा है। सबसे पहले इस घटना पर एक सुविचार लेते हैं - 

पैसे तो कमाओगे लेकिन जिंदगी नहीं जी पाओगे, सिर्फ जिंदगी को काटते रहना क्या जिंदगी हो सकती है।
सच्ची खुशी क्या है?

गुरुवार, 13 अप्रैल 2023

Bihari ko kabu mein kaise karen

 बिहारी को काबू में कैसे करें
Google bihari ko kabu mein kaise karen

यदि आप किसी बिहारी को जानते हैं और उससे अपनी बात को मनवाना चाहते हैं तो यह भूल जाये की वह आपकी बात को असानी से मानेगा। एक Bihari ko kabu mein kaise karen के बारे में तो सोचना भी नहीं। क्योंकि ये किसी की बात को तभी मानते हैं जब वह सही हो। गलत बात को कभी भी मनवाने की मत सोचना क्योंकि आपको पता होना चाहिए कि एक बिहारी सौ पर भारी। यह बात सच्ची है अगर एक बिहारी अपनी जिद्द पर आ जाये तो उससे आप कुछ भी काम नहीं करवा पाओगे। लेकिन यदि आप उससे प्यार से बात करोगे और उससे दोस्ती करके काम करवाओगे तो वह आपकी उस काम को बहुत जल्दी कर देगा।


Bihari ko kabu kaise karen

यदि आप किसी दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, हैदराबाद, कलकत्ता या बैंगलोर जैसे बड़े शहर में रहते हैं और आपका कोई दोस्त बिहारी है तो आप बहुत लकी इंसान है क्योंकि बिहार वाले बहुत बड़े दिलवाले और एक-दूसरे से प्यार करने वाले होते हैं। वे मेहनती और लग्न के साथ कम सिखकर करने वाले होते हैं। बिहार के लोगो कोई काम आता है तो वे दूसरे को सिखाने से कभी पीछे नहीं हटते हैं। बिहार के लोगों से कभी पंगा नहीं लेना भाई क्योंकि वे बदला भी लेना अच्छी तरह से जानते हैं।  बिहारी को काबू में कैसे करें की सोचना भी नहीं क्योंकि ऐसा करने पर आपकी सामत आ सकती है। अगर उसको आपकी बात पता चल गई कि आप उससे अपनी बात को मनवाना चाहते हैं तो एक मिनट में आपकी भूत वह उतार सकता है। 


बहुत से लोग आजकल कभी-कभी सर्च इंजन पर Google bihari ko kabu mein kaise karen आदि सर्च कर लेते हैं। अब आप ही बताये कि इस प्रकार की बातों को सर्च करने वाले की मानसिकता क्या होगी। ये लोग Bihari ko kabu kaise karen की सोच रहे हैं क्या इनका यह सपना कभी पुरा हो सकता है। मेरे ख्याल से नहीं। क्योंकि किसी को काबू में करना किसी भी तरह से जायज नहीं हो सकता है। यह ऐसे लोगों की नीच सोच को दिखाता है। इस सोच के बजाए यदि आप बिहारी जैसे बनने की सोचेंगे तो आपके लिए अच्छा होगा। क्योंकि आपको पता होना चाहिए कि मेहनत करना, कार्य को जल्दी और अच्छा करना, लगातार किसी के लिए वफादार रहना, किसी को प्यार करना आदि कार्य बिहारी को अच्छी तरह से आता है। यदि बिहारियों के इस प्रकार के कार्य का लगभग 50 प्रतिशत भी आपके अंदर आ जाये तो आप सफल इंसान बन सकते हैं। 


अब आप सोच रहे होंगे कि फिर बिहार में रहने वाले लोग सफल क्यों नहीं है तो आपको बता दें कि बिहार में ऑपरच्यूनिटी नहीं है। इसलिए वह शहर में कार्य करने जाते हैं। लेकिन आपके शहर में तो ऑपरच्यूनिटी की कमी नहीं फिर आप क्यों सफल नहीं हुए। ऐसा इसलिए क्योंकि आपके पास बिहारी वाले गुण नहीं है। आपने अक्सर अपने आस-पास देखा होगा कि बिहार से आने वाला लड़का आपसे अधिक तरक्की कर रहे हैं। 


क्या आपने सोचा कभी ऐसा क्यों। ऐसा इसलिए क्योंकि बिहार अपने सारे दिमाग को बिहार में छोड़कर नहीं आया बल्कि वह साथ लेकर आया है और वह उसी के दम पर सफल होता जा रहा है। शायद आप किसी बिहारी से जलते होंगे तभी तो आप सर्च इंजन पर Google bihari ko kabu mein kaise karen के बारे में सोच रहे हैं। इसके बजाए आप यह सर्च करों कि Google Ek bihari kaise Bane। यह आपके काम आयेगी, हो सकता है कि आपके अंदर बिहारी की तरह कुछ स्किल और मेहनत करना आ जाए। जिसकी बदोलत आपको सफलता मिलना शुरू हो जाए। आशा करता हूं कि आपको बात समझ में आ रही होगी। 

एक बिहारी को काबू करने की सोचना भी नहीं क्योंकि एक बिहारी कभी कभी सौ पर भारी पड़ सकता है।

Bihari ko kabu mein kaise karen

बिहारी को कभी भी काबू नहीं किया जा सकता

एक बिहारी को कई भी व्यक्ति काबू में नहीं कर सकता है क्योंकि बिहारी लोगों के पास तेज दिमाग के साथ समझ बहुत अधिक होती है। जिसके पास यह दोनो होता है वो व्यक्ति किसी भी समस्यां से जल्दी बाहर आने की ताकत रखता है। आप अगर किसी बिहारी को काबू में करने की सोच रहे हैं तो गलती से भी न करें क्योंकि ऐसा करना आपके स्वस्थ्य के लिए सही नहीं है। चलिए आपको बिहार के बारे में कुछ जानकारी दे देते हैं। 

बिहार राज्य

बिहार भारत का पूर्वी राज्य है। यह गंगा के मैदानी भाग में स्थित है। इसके पश्चिम में उत्तर प्रदेश राज्य है जहां के सीएम अभी बाबा योगी आदित्य नाथ है। बाबा योगी आदित्य नाथ के पास जिस प्रकार का दिमाग है उस प्रकार का दिमाग लगभग हर 100 बिहारी में से 80 के पास होता है। चलिए अब मुद्दे पर आते हैं। बिहार पश्चिम बंगाल, झारखंड और उत्तर प्रदेश का पड़ोसी राज्य है। बिहार के साथ नेपाल देश का बोर्डस जुड़ा हुआ है।

बिहार राज्य की सबसे पिछड़ा हुआ राज्य कहलता है। यह सिर्फ पैसे के मामले में ही पिछड़ा हुआ है बाकि सभी मामलों में किसी भी राज्य से कही ज्यादा विकसित है। बिहार में गरीबी अधिक है इसलिए यहां के लोग शायद दूसरे राज्य के शहरों में जाकर नौकरी करती है। बिहार में गरीबी की मुख्य वजह यहां पर जितने भी अभी तक सीएम हुए हैं उन्होंने ठीक से राज्य के लिए काम नहीं किया है। आगर उन्होने ने बिहार के लिए काम किया होता तो यह कई राज्यों से कही ज्यादा विकसित बन सकता था। क्योंकि यहां के लोगों में टैलेंट कुट-कुट कर भरा हुआ है। 

बिहार के लिटी-चोखा के बारे में तो पता ही होगा। आज यह पूरे विश्व में प्रसिद्ध हो रहा है। लिटी-चोखा के अलावा भी बिहार में बहुत कुछ है। कभी तो आओ बिहार में आपको पता चलेगा की यहां पर क्या क्या है। 

रविवार, 9 अप्रैल 2023

Chandravanshi ko kabu mein kaise karen

 चंद्रवंशी को काबू में कैसे करें

यह ख्याल गलत है क्योंकि ये कभी भी किसी के काबू में नहीं आते

किसी को काबू में रखाना और करना सोच ही गलत है क्योंकि भारत एक स्वतंत्र देश और यहां पर सभी लोग एग समान है। यदि आप भारत में रहते हैं तो आप सबसे पहले सभी धर्मों और जातियों को सम्मान करना सीखों। बहुत से लोग आजकल गुगल वह अन्य सर्च इंजन पर चंद्रवंशी को काबू में कैसे करें (chandravanshi ko kabu mein kaise karen) जैसे प्रश्न को सर्च कर रहे हैं जो कि बिल्कूल गलत है। बल्कि आगर हमे कुछ जानना है तो यह जानिये कि भारत में चंद्रवंशी का इतिहास क्या है। जो लोग चंद्रवंशी को काबू कैसे करें जैसे प्रश्न ढूंढ रहे हैं वे पहले तो औकात में रहकर सर्च करें क्योंकि हो सकता है कि आपसे अधिक औकात किसी चंद्रवंशी के पास हो। जब आप किसी को सम्मान दोगे तभी आपका भी वह सम्मान करेगा। 


Chandravanshi ko kabu mein kaise karen

इसलिए कभी भी यह न किसी से पूछो कि Chandravanshi ko kabu mein kaise karen क्योंकि कोई न कोई ऐसा चंद्रवंशी मिल गया जिसमें आप से अधिक रुतबा और ताकत हो वह आपका खुजली 1 मिनट में मिटा देगा। एक बात समझ लो कि चंद्रवंशी जिस कुल से आते हैं उस कुल में बड़े-बड़े यौद्धा पैदा हुए हैं जिसमें भगवान श्रीकृष्ण, पांडव, कौरव और राजा जरासंध आदि माहान लोग हुए हैं। अभी भी चंद्रवंशियों में वही ताकत और वीरता दिखाई देती है। इसलिए गलति से भी किसी चंद्रवंशी पंगा न लो नहीं तो वह 1 मिनट में आपकी हस्ती को राख में मिला देगा। 


चंद्रवंशी कुल से संबंध रखने वाले श्री कृष्ण भगवान को हम लोग बड़े आदर भाव से पूजते हैं। और उनसे संबंध रखने वाले हम सब एक हैं। किसी से भी पंगा लोग लेकिन  चंद्रवंशी से नहीं क्योंकि हम जब किसी की भूत उतारते हैं तो उसे कभी भी पानी नसीब नहीं होता है। यदि आप कोई हिंदू है तो गर्व से कहों हम सब हिंदू है और सभी हिंदू जाती का सम्मान करों। कभी भी Chandravanshi ko kabu mein kaise karen जैसी उट पटांग चीजे सर्च न करें। 


यदि आप किसी भी चंद्रवंशी को काबू में करना चाहते हैं तो आप उससे धार्मिक बाते करें। उसका दिल जीत कर आप उससे हर चीज करवा सकते हैं। चंद्रवंशी हमेशा प्यार की भाषा जानते हैं उनसे यदि आप प्यार की बाते करते हैं तो आप उनके सबसे प्रिय मित्र बन जायेंगे्। फिर चंद्रवंशी जी आपके काबू में आ सकते हैं अन्यथा कोई भी उनको काबू में नहीं कर सकता है। यहां पर काबू का मतलब प्यार से हैं। वे प्यार से आपकी सभी बातों को मान लेंगे। 


Chandravanshi Ko Kabu Kaise Kare

चंद्रवंशी को काबू करना है सरल नहीं

चलिए चंद्रवंशी को काबू अथार्त उनको दोस्त कैसे बना सकते हैं, इसके बारे में जानते हैं-

  1. चंद्रवंशी से कभी भी झूठ न बोले
  2. साधारण तरीके से चंद्रवंशी से मिलें
  3. चंद्रवंशी के साथ धार्मिक बाते करें
  4. चंद्रवंशी के बारे में इतिहासिक बाते करें
  5. चंद्रवंशी को कभी धोखा देने कि न सोचें
  6. चंद्रवंशी को हमेशा सम्मान दें
  7. चंद्रवंशी से शांति पूर्वक बात करें
  8. श्रीकृष्ण भगवान के बारे में चंद्रवंशी से बात करें।
  9. पांडव, कौरव और राजा जरासंध जैसे यौद्धा के बारे में उनसे जानकारी लो। 


क्या चंद्रवंशी को काबू किया जा सकता है?

मेरे ख्याल से यह प्रश्न ही गलत है क्योंकि चंद्रवंशी को काबू में क्यों करना। चंद्रवंशी से तो दिल से बात करें, दोस्ती करें वे आपके सच्चे साथी बन सकते हैं। हमेशा हर व्यक्ति को Chandravanshi ko kaise kabu kare, इस प्रकार की चीजे सर्च नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह आपके लिए गलत हो सकता है। आगर सर्च करना है तो यह करें कि चंद्रवंशी से कैसे दोस्ती करें, चंद्रवंशियों को प्यारी बाते कैसे करें, चंद्रवंशी से बिजनेस कैसे करे और सीखें।  यदि आपके दिल में चंद्रवंशी को काबू करने का ख्याल इसलिए आ रहा है क्योंकि किसी चंद्रवंशी ने आपका अपम्मान किया है तो आप उससे शांति पूर्वक बात करके समस्यां को हल करें। न कि उसकी वजह से पूरे चंद्रवंशी सामाज को गलत ढहरायें। हम एक स्वतंत्र राष्ट्र में रहते हैं इसलिए किसी एक व्यक्ति की वजह से पूरे सामाज को गलत कहना गलत है। आप कभी भी ऐसी चीजे गुगल पर सर्च न करें जिसकी वजह से आपको कोई बड़ी समस्यां का सामना करना पड़ जायें। यदि कोई व्यक्ति यह सोच रहा है कि चंद्रवंशी को काबू में किया जा सकता है तो वह गलत है। चंद्रवंशी केवल प्यार से ही काबू में आ सकते हैं। 

Chandravanshi ko kabu mein kaise kare, अगर आप गुगल या कोई भी सर्च इंजन या फिर किसी सोशल मीडिया पर सर्च कर रहे हैं तो आप सावधान हो जाए क्योंकि कोई अगर सहासी चंद्रवंशी मिल गया तो वो आपकी अच्छी तहर से कुटाई और पिटाई कर देगा। फिर आपका सारा सर्च करना और सोशल मीडिय पर ढूंढना धरा के धरा रह जायेगा। चंद्रवंशी के महफिल में कदम रखने से पहले सावधानी बर्तना जरुरी है, नहीं तो पच्छताने के सिवा कुछ नहीं बचेगा।


न चंद्रवंशी गिरा न चंद्रवंशी  के हथियार गिरे, 

पर चंद्रवंशी  को गिराने में लोग कई बार गिरे...। - जय चंद्रवंशी


उपर दी गई सुविचार को आप ध्यान पूर्वक से पढ़ों और अर्थ को समझों। आपके अंदर का सारा भूत बाहर आ जायेगा और फिर आप गुगल पर या अन्य किसी सर्च इंजन पर Chandravanshi ko kabu mein kaise kare सर्च नहीं करोगे। किसी सच्चे और कृष्ण भक्त चंद्रवंशी को नियंत्रण में लेने के बारे में सोचना भी नहीं क्योंकि यह नामुमकिन है। चंद्रवंशी कोई हावा-हवाई आदमी नहीं जिसे आप नियंत्रित कर सको। Chandravanshi अपने आप में एक ब्रांड है। 

चंद्रवंशी सुविचार

चलिए चंद्रवंशी से संबंधित कुछ सुविचार को पढ़ते और शेयर करते हैं - 

चंद्रवंशी कन्हैया के दीवाने है

तान के सीना चलते हैं।

ये द्वारकाधीश का जंगल है, 

यहां शेर मुरलीधर के पलते हैं। 


न छेड़ो चंद्रवंशियों को लड़ना मुश्किल हो जायेगा। 

ऐसे लिख देंगे इतिहास कि पढ़ना मुश्कल हो जायेगा। 


मगरमझ की पकड़ और चंद्रवंशी की अकड़, 

कभी कम नहीं होती। इसलिए सोचकर पंगा लेना। 


चंद्रवंशी होने का जो नशा बढ़ा है मुझ पर जो न उतरेगा

शखसियत भले ही मिट जाए पर ये चंद्रवंशी

किसी के आगे नहीं झुकेगा। 


खून अभी वो ही है न ही शोक बदले ना ही जूनून, 

सून लो फिर से, दुनिया बदल गयी है 

लेकिन चंद्रवंशी का रूतबा नहीं बदला...। 


ये हार किसी के हाथों बिकने को तैयार नहीं, 

ये चंद्रवंशी का जिगर है तेरे शहर का अखबार नहीं। 


हम चंद्रवंशी उन रास्तों पर नहीं चलते, 

जो रास्ता आम होता है...।


जुल्म की पहचान मिटा के रख देंगे।

चंद्रवंशी चाहे तो कोहराम मचा के रख दें।


चंद्रवंशी का प्यार और चंद्रवंशी जैसा यार,

 हर किसी को नसीब नहीं होता।


आपने Chandravanshi ko kabu mein kaise karen करने वाले लोगों की सोच को यहां पर जाना। चलिए हम आपको Chandravanshi से संबंधित कुछ विशेष जानकारी देते हैं। इस विशेष जानकारी के लिए आप नीचे दी जा रही लिंक पर क्लिक करें।

कौन हैं चंद्रवंशी क्षत्रिय?

हम आशा करते हैं कि आपको Chandravanshi ko kabu mein kaise karen लेख पसंद आयी होगी। कृप्या हमारी लिखी हुई इस आर्टिकल को सही  तर्क से समझें। हम हर किसी को एक सम्मान नजरिया देना चाहते हैं। यह हमारी एक कोशिश है। आपको यह आर्टिकल कैसा लगें। कमेंट करके बतायें। यदि आपको यह लेख अच्छ लगा तो शेयर करना न भूलें। धन्यवाद। 


चलिए कुछ अन्य सुविचार पढ़ते हैं-



Yadav ko kabu mein kaise karen

 यादव को काबू कैसे करें? 

औकात में रहकर बात करें 

किसी को काबू में रखाना और करना यह गतल बात है क्योंकि भारत एक स्वतंत्र देश है। यहां पर सभी धर्मों और जातियों को सम्मान भाव दिया जाता है। बहुत से लोग आजकल गुगल और अन्य सर्च इंजन पर यादव को काबू कैसे करें (Yadav ko kabu mein kaise karen) जैसे प्रश्न का स्वाल ढूंढ रहे हैं जो कि बिल्कूल गलत है। बल्कि आगर हम कुछ जानना है तो यह जानिये की भारत में यादव का इतिहास क्या है। जो लोग यादव को काबू कैसे करें जैसे प्रश्न ढूंढ रहे हैं वे पहले तो औकात में रहकर सर्च करें क्योंकि हो सकता है कि आपसे अधिक औकात किसी यादव के पास हो। जब आप किसी को सम्मान दोगे तभी वह तुमको भी सम्मान देगा। 

Yadav ko kabu mein kaise karen


इसलिए कभी भी यह न किसी से पूच्छो कि Yadav ko kabu mein kaise karen क्योंकि कोई न कोई ऐसा यादव मिल गया जिसका वजूद आपसे अधिक हो वो आपकी 1 मिनट में खुजली मिटा देगा। एक बात समझ लो कि यदव वो हैं जो श्रीकृष्ण भगवान के कुल से चले आ रहे हैं। कोई न कोई यादव ऐसा मिल गया जो आप से बड़ा शेर वाला जीगर रखता होगा। वो आपकी सारी हैकड़ी 1 मिनट में उतार देगा। 


यादव कुल से संबंध रखने वाले श्री कृष्ण भगवान को अपना पूर्वज मानते हैं और वे अपने हिंदू धर्म पर गर्व करते हैं। यदि आप किसी भी यादव को काबू में करना चाहते हैं तो आप उससे धार्मिक बाते करके उसका दिल जीत कर कर सकते हैं। यादव हमेशा प्यार की भाषा जानते हैं उनसे यदि आप प्यार की बाते करते हैं तो आप उनके सबसे प्रिय मित्र बन सकते हैं। फिर यादव जी आपके काबू में आ सकते हैं अन्यथा कोई भी उनको काबू में नहीं कर सकता है। 


Yadav Ko Kabu Kaise Kare

यादव को काबू करना है सरल नहीं

चलिए यादव को काबू अथार्त उनको दोस्त कैसे बना सकते हैं, इसके बारे में जानते हैं-

  1. यादव से कभी भी झूठ न बोले
  2. साधारण तरीके से उनसे मिलें
  3. उनके साथ धार्मिक बाते करें
  4. यादव के बारे में इतिहासिक बाते करें
  5. यादव को कभी धोखा देने कि न सोचें
  6. यादव को हमेशा सम्मान दें
  7. यादव से शांति पूर्वक बात करें
  8. श्रीकृष्ण भगवान के बारे में यादव से बात करें।


क्या यादव को काबू किया जा सकता है?

मेरे ख्याल से यह प्रश्न ही गलत है क्योंकि यादव को काबू में क्यों करना। उनसे तो दिल से बात करें, दोस्ती करें वे आपके सच्चे साथी बन सकते हैं। हमेशा हर व्यक्ति को Yadav ko kaise kabu kare, इस प्रकार की चीजे सर्च नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह आपके लिए गलत हो सकता है। आगर सर्च करना है तो यह करें कि यादव से कैसे दोस्ती करें। यदि आपके दिल में यादव को काबू करने का ख्याल इसलिए आ रहा है क्योंकि किसी यादव ने आपका अपम्मान किया है तो आप उससे शांति पूर्वक बात करके समस्यां को हल करें। न कि उसकी वजह से पूरे यादव सामाज को गलत नजरिये से देखें। हम एक स्वतंत्र राष्ट्र में रहते हैं इसलिए किसी एक व्यक्ति की वजह से पूरे सामाज को गलत कहना गलत है। आप कभी भी ऐसी चीजे सर्च न करें जिसकी वजह से आपको कोई बड़ी समस्यां का सामना करना पड़ जायें। यदि कोई व्यक्ति यह सोच रहा है कि अहीर अथार्त यादव को काबू किया जा सकता है तो वह गलत है। ये केवल प्यार से ही काबू में आ सकते हैं। 

Yadav Ahir ko kabu mein kaise kare अगर आप गुगल या कोई भी सर्च इंजन या फिर किसी सोशल मीडिया पर सर्च कर रहे हैं तो आप सावधान हो जाए क्योंकि कोई अगर सनकी यादव मिल गया तो वो आपकी अच्छी तहर से कुटाई कर देगा। फिर आपका सारा सर्च करना और सोशल मीडिय पर ढूंढना पड़ा रह जायेगा। दुश्मनों की महफिल में कदम रखने से पहले सावधानी बर्तना जरुरी है। 


यादव की ताकत से पूरा ब्राहमांड डोलता है, 

ये हम नहीं हमारा इतिहास बोलता है। - जय यदुवंशी


यादव की ताकत से पूरा ब्राहमांड डोलता है,

उपर दी गई सुविचार को आप ध्यान पूर्वक से पढ़ों और अर्थ को समझों। आपके अंदर की सारा भूत बाहर आ जायेगा और फिर आप गुगल पर क्या किसी भी सर्च इंजन पर Yadav Ahir ko kabu mein kaise kare सर्च नहीं करेंगे। किसी सच्चे और कृष्ण भक्त यादव को नियंत्रण में लेने के बारे में सोचना भी नहीं क्योंकि यह नामुमकिन है। यादव कोई हवाई आदमी नहीं जिसे आप नियंत्रित कर सको। Yadav अथार्त Ahir अपने आप में एक ब्रांड है। 


यादव सुविचार

चलिए यादव से संबंधित कुछ सुविचार को पढ़ते और शेयर करते हैं। 

यादव कन्हैया के दीवाने है

तान के सीना चलते हैं।

ये द्वारकाधीश का जंगल है, 

यहां शेर मुरलीधर के पलते हैं। 


न छेड़ो अहिरो को लड़ना मुश्किल हो जायेगा। 

ऐसे लिख देंगे इतिहास पढ़ना मुश्कल हो जायेगा। 


Yadav Suvichar For You


Life is too short. 

Don't west dispute with Yadav. 


We are Yadav, We Broke Bones Not Heart. 


We Are Yadavs and we don't keep Calm. 


मगरमझ की पकड़ और यादव की अकड़, 

ढाडी होया करें...। 

Yadav Anmol Vachan


यादव होने का जो नशा बढ़ा है मुझ पर जो न उतरेगा

शखसियत भले ही मिट जाए पर ये बंदा

किसी के आगे नहीं झुकेगा। 


खून अभी वो ही है न ही शोक बदले ना ही जूनून, 

सून लो फिर से, दुनिया बदल गयी है 

लेकिन यादव का रूतबा नहीं...। 


Attiude मत दिखा बेटा जल जाएगा, 

अगर यादव से टकराएगा तो घर तक पिटता ही जायेगा। 

Yadav Quotes in Hindi and English


यू हार किसी के हाथों बिकने को तैयार नहीं, 

ये जादव का जिगर है तेरे शहर का अखबार नहीं। 


बस इतनी सी बात पर, हमारा परिचय तमाम होता है, 

हम यादव उन रास्तों पर नहीं चलते, 

जो रास्ता आम होता है...।


जुल्म की पहचान मिटा के रख दें

यादव चाहे तो कोहराम मचा के रख दें।


यादव का प्यार और यादव जैसा यार,

 हर किसी को नहीं मिलता...। 


हम आशा करते हैं कि आपको Yadav ko kabu mein kaise karen लेख पसंद आयी होगी। कृप्या हमारी लिखी हुई इस आर्टिकल को सही  तर्क से समझें। हम हर किसी को एक सम्मान नजरिया देना चाहते हैं। यह हमारी एक कोशिश है। आपको यह आर्टिकल कैसा लगें। कमेंट करके बतायें। यदि आपको यह लेख अच्छ लगा तो शेयर करना न भूलें। धन्यवाद। 

चलिए कुछ अन्य सुविचार पढ़ते हैं-

शुक्रवार, 7 अप्रैल 2023

Good Friday in Hindi | Good Friday Wishes | गुड फ्राइडे कोट्स

गुड फ्राइडे

Good Friday

गुड फ्राइडे (Good Friday) दुनिया भर के ईसाइयों द्वारा मनाया जाने वाला एक धार्मिक अवकाश है। जो कलवारी में ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाए जाने और उनकी मृत्यु की याद में मनाया जाता है। यह शुक्रवार को ईस्टर संडे से ठीक पहले मनाया जाता है। गुड फ्राइडे ईसा मसीह के पुनरुत्थान का जश्न मनाता है। गुड फ्राइडे Christians के लिए शोक और चिंतन का दिन है। आमतौर यह दिन ईसाइयों द्वारा उपवास, प्रार्थना और यीशु मसीह के कष्टों पर ध्यान के साथ मनाया जाता है। यह ईसाई कैलेंडर में सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है। कैथोलिक, रूढ़िवादी ईसाई और प्रोटेस्टेंट समेत विभिन्न ईसाई संप्रदायों द्वारा यह दिन अवकाश के रुप में मनाया जाता है।

Good Friday in Hindi

क्रूस पर यीशु मसीह का बलिदान, हमें अपने जीवन को प्रेम, करुणा और निःस्वार्थ भाव से जीने के लिए प्रेरित करता रहेगा। आपको इस दिन पर की यीशु मसीह का आशीर्वाद प्राप्त हो।


The sacrifice of Jesus Christ on the cross, will continue to inspire us to live our lives with love, compassion and selflessness. May you get the blessings of Jesus Christ on this day.


Good Friday is a religious holiday celebrated by Christians around the world. Which is celebrated in memory of the crucifixion and death of Jesus Christ at Calvary. It is celebrated on the Friday just before Easter Sunday. Good Friday celebrates the resurrection of Jesus Christ. Good Friday is a day of mourning and reflection for Christians. The day is usually observed by Christians with fasting, prayer and meditation on the sufferings of Jesus Christ. It is one of the most important events in the Christian calendar. The day is observed as a holiday by various Christian denominations including Catholics, Orthodox Christians and Protestants.

इस गुड फ्राइडे पर ईश्वर का आशीर्वाद आपके साथ रहे, और आपको यीशु मसीह के प्रेम और बलिदान से शांति और आराम की प्रेरणा मिले। 

गुड फ्राइडे मनाये जाने के पीछे की कहानी क्या है?

गुड फ्राइडे के पीछे की कहानी ईसाई धर्म से संबंधित है। इस दिन ईसा मसीह को सूली पर चढाई गई थी। ऐसा माना जाता है कि ईसा मसीह ने मानवता को बचाने के लिए अपना बलिदान दिया था। 

ईसाई धर्म ग्रंथ बाइबिल के अनुसार, यहूदी नेताओं के प्रभाव में रोमन अधिकारियों द्वारा यीशु मसीह को गिरफ्तार किया गया। कोशिश की गई और क्रूस पर चढ़ाकर मौत की सजा दी गई। यीशु को उसके एक शिष्य, यहूदा इस्कैरियट द्वारा धोखा दिया गया था। जो चाँदी के तीस सिक्कों के बदले अधिकारियों के लिए यीशु की पहचान करने के लिए सहमत हो गया था। यीशु को यहूदिया के रोमन गवर्नर पोंटियस पिलाट के सामने लाया गया था, जिसने उसमें कोई दोष नहीं पाया लेकिन अंततः यहूदी नेताओं के दबाव के आगे घुटने टेक दिए और उन्हें सूली पर चढ़ाने का आदेश दिया।

यीशु का मज़ाक उड़ाया गया, पीटा गया, और उसके क्रूस को फाँसी की जगह पर ले जाने के लिए मजबूर किया गया, जिसे गोलगोथा या कलवारी के नाम से जाना जाता है। वहां, उसे क्रूस पर चढ़ाया गया और दो अन्य अपराधियों के साथ मरने के लिए छोड़ दिया गया। जैसे ही वह क्रूस पर चढ़ाये गये, उन्होने अपने जल्लादों को क्षमा कर दिया और परमेश्वर से मानवता को उनके पापों के लिए क्षमा करने के लिए प्राथना की। कई घंटों के बाद, वह मर गयें और फिर उन्हे क्रूस से नीचे उतारा गया और एक कब्र में गाड़ दिया गया।

ईसाई लोगों का मानना है कि यीशु ने स्वेच्छा से मानवता के पापों के लिए बलिदान दिया है। उन्होने क्रूस पर अपनी मृत्यु को स्वीकार किया। उनकी मृत्यु और पुनरूत्थान उन लोगों को मुक्ति और अनन्त जीवन की प्रतिज्ञा प्रदान करते हैं जो उन पर विश्वास करते हैं। गुड फ्राइडे यीशु मसीह की पीड़ा और बलिदान पर शोक और प्रतिबिंब का पवित्र दिन है। यह घटना दुनिया भर के ईसाइयों कैलेंडर में एक महत्वपूर्ण घटना है।


गुड फ्राइडे को हिंदी में क्या कहते हैं?

बहुत से लोग अक्सर कई लोगों से सवाल करते रहते हैं कि गुड फ्राइडे को हिंदी में क्या कहेंगे। तो इसका असान उत्तर होगा "शुक्रवार संतप दिवस"। गुड फ्राइडे ईसाइयों द्वारा मनाया जाने वाला एक धार्मिक दिवस है। इस दिन ईसाइ लोग यीशु मसीह की पूजा, प्रथना और उपवास करते हैं। कई जगह पर इस दिन ईसाई विशेष चर्च सेवाओं या जुलूसों का आयोजन किया जाता है। 


गुड फ्राइडे क्यों मनाया जाता है?

गुड फ्राइडे ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाए जाने और कलवारी में उनकी मृत्यु की याद के रुप में मनाया जाता है। ईसाई मान्यता के अनुसार, यहूदी नेताओं के प्रभाव में रोमन अधिकारियों द्वारा ईसा मसीह को गिरफ्तार किया गया, कोशिश की गई और सूली पर चढ़ाकर मौत की सजा दी गई। यीशु ने स्वेच्छा से मानवता के पापों के लिए बलिदान के रूप में क्रूस पर अपनी मृत्यु को स्वीकार लिया। उन्होने यह बलिदान मानवता को बचाने के लिये दिया। ईसाई लोग इस दिन को एक उपवास और यीशु मसीह की याद के रुप में मनाते हैं। कई जगह इस दिन पर विशेष रुप से चर्च सेवाएं और जुलूसों का आयोजन होता है। 


What is Good Friday called in Hindi?

Many people often keep questioning many people that what will be called Good Friday in Hindi. So the easy answer would be "Friday Saint Day". Good Friday is a religious day celebrated by Christians. On this day Christians worship, pray and fast for Jesus Christ. In many places, Christian special church services or processions are organized on this day.


Why is Good Friday celebrated?

Good Friday commemorates the crucifixion of Jesus Christ and his death at Calvary. According to Christian belief, Jesus was arrested, tried, and sentenced to death by crucifixion by Roman authorities under the influence of Jewish leaders. Jesus willingly accepted his death on the cross as a sacrifice for the sins of humanity. He gave this sacrifice to save humanity. Christians celebrate this day as a fasting and remembrance of Jesus Christ. In many places, special church services and processions are organized on this day.

May God's blessings be with you this Good Friday, and may you find peace and comfort inspired by the love and sacrifice of Jesus Christ.

गुड फ्राइडे सुविचार

यीशु मसीह के त्याग और बलिदान से संबंधित कुछ सुविचार आपके लिए नीचे दी जा रही है- 

इस गुड फ्राइडे पर, आपको यीशु मसीह के असीम प्रेम और अनुग्रह की याद रहें, और उनकी शिक्षाओं का पालन करने के लिए आप अपने विश्वास और प्रतिबद्धता में मजबूत हों।

On this Good Friday, may you be reminded of the infinite love and grace of Jesus Christ, and be strong in your faith and commitment to follow his teachings.


इस गुड फ्राइडे की पवित्रता आपको यीशु मसीह की तरह विनम्रता, दया और क्षमा का जीवन जीने के लिए प्रेरित करती रहें। 

May the sacredness of this Good Friday inspire you to live a life of humility, kindness and forgiveness like Jesus Christ.


गुड फ्राइडे का सही अर्थ, हमें बलिदान की शक्ति और छुटकारे से मिलने वाली आशा की याद है। आपको एक सार्थक और धन्य दिन की शुभकामनाएं।

The true meaning of Good Friday, we are reminded of the power of sacrifice and the hope that comes from redemption. Wish you a meaningful and blessed day.


यीशु मसीह की भावना आपके हृदय को आशा, प्रेम और आनंद से भर दें। क्रूस पर यीशु मसीह का बलिदान आपको दुनिया में प्रकाश और अच्छाई का स्रोत बनने के लिए प्रेरित करती रहे यही कामना है। 

May the spirit of Jesus Christ fill your heart with hope, love and joy. May the sacrifice of Jesus Christ on the cross continue to inspire you to be a source of light and goodness in the world.


इस गुड फ्राइडे पर, आप यीशु मसीह के प्रेम और अपने प्रियजनों के समर्थन से घिरे रहें। आपको इस ज्ञान में शांति मिले कि यीशु मसीह आपके पापों के लिए बलिदान दिया, और आपको अनंत जीवन देने के लिए फिर से जी उठा।

On this Good Friday, may you be surrounded by the love of Jesus Christ and the support of your loved ones. May you find peace in the knowledge that Jesus Christ died for your sins, and rose again to give you eternal life.


मेरी कामना है कि गुड फ्राइडे का पावन पर्व आपको अपने पापों के लिए क्षमा मांगने और दूसरों के लिए क्षमा और करुणा का विस्तार करने के लिए प्रेरित करती रहे।

I wish that the holy festival of Good Friday continues to inspire you to seek forgiveness for your sins and to extend forgiveness and compassion to others.


चलिए कुछ अन्य सुविचार पढ़ते हैं और दोस्तो के साथ शेयर करते हैं। 

Vishva Swasthya Divas | World Health Day in Hindi | Quotes & Suvichar

World Health Day in Hindi

राष्ट्रीय स्वास्थ्य दिवस

विश्व स्वास्थ्य दिवस एक स्वाथ्य के प्रति जागरूक होने और एक दूसरे को करने का विशेष दिन है। इसे हिंदी में Vishva Swasthya Divas और अंग्रेजी में World Health Day के नाम से जाना जाता है। बहुत से लोगों को यह पता नहीं होगा कि विश्व स्वास्थ्य दिवस की शुरुआत किसने की? चलिए जानते हैं और Vishva Swasthya Divas को एक जागरुकता अभियान की तरह मनाते हैं। 

विश्व स्वास्थ्य दिवस की शुरुआत किसने की?

Vishva Swasthya Divas की शुरुआत विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा की गई थी। यह संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी है जो अंतरराष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए कार्य करती है। World Health Day की स्थापना का विचार 1948 में पहली विश्व स्वास्थ्य सभा में प्रस्तावित किया गया था। तब से यह दिवस प्रतिवर्ष मनाया जाने लगा। यह हर वर्ष 7 अप्रैल को मनाया जाता है। 

Health is a state of complete physical, mental, and social well-being, and not merely the absence of disease or infirmity." - World Health Organization

स्वास्थ्य पूर्ण शारीरिक, मानसिक और सामाजिक कल्याण की स्थिति है, न कि केवल बीमारी या दुर्बलता की अनुपस्थिति।" - विश्व स्वास्थ्य संगठन

World Health Day

(Who started World Health Day?

Vishva Swasthya Divas was initiated by the World Health Organization (WHO). It is a specialized agency of the United Nations that works for international public health. The idea of establishing World Health Day was proposed in 1948 at the first World Health Assembly. Since then this day started being celebrated every year. It is celebrated every year on 7th April.)


विश्व स्वास्थ्य दिवस क्यों मनाया जाता है?

विश्व स्वास्थ्य दिवस (World Health Day) 1948 में WHO की स्थापना की वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए हर साल 7 अप्रैल को मनाया जाने वाला प्रमुख दिन है। यदि दिन महत्वपूर्ण स्वास्थ्य मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और स्वास्थ्य में सुधार के उद्देश्य के रूप में मनाया जाता है। दुनिया भर के लोग इस दिन स्वास्थ्य की जागरूकता को फैलाने के लिए एक-दूसरे को कई स्वास्थ्य से संबंधित सुविचार, कोट्स और हैल्थ टिप्स Share करते हैं। यदि आप भी अपनी स्वास्थ्य की चिंता करते हैं तो आपको इस दिन कुछ स्वास्थय जानकारी को पढ़ना और समझना चाहिए। आप इस दिन अपने शरीर का चेकअप कराके अपने स्वास्थ्य की जानकारी भी ले सकते हैं। यह सबसे अच्छा कार्य होगा World Health Day मनाने के लिए।


विश्व स्वास्थ्य दिवस 2023 की थीम क्या है?

विश्व स्वास्थ दिवस पर वर्ष 2023 का का थीम "Health For All" है। इस बार WHO का यह 75वीं वर्षगांठ है। इस बार के थीम से पता चलता है कि WHO विश्व में रहने वाले सभी लोगों के स्वास्थय और जीवन में सुधार करने के लिए कार्य करना चाहती है तथा उसका बढ़ावा देना चाहती है। यह बहुत अच्छी बात है। 

What is the theme of World Health Day 2023?

The theme for the year 2023 on World Health Day is "Health For All". This time it is the 75th anniversary of WHO. This time's theme shows that WHO wants to work and promote to improve the health and life of all the people living in the world. This is a very good point.


Vishva Swasthya Divas का संदेश महत्वपूर्ण स्वास्थ्य मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और दुनिया भर के लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण में सुधार के लिए समर्थन जुटाना तथा कारवाई करना है। इस वर्ष World Health Day पर  थीम "हेल्थ फॉर ऑल" का उद्देश्य स्वास्थ्य और कल्याण के एक विशेष पहलू को उजागर करना है। 

इस बार के थीम को आप समझे। इसका सही अर्थ समझ क्योंकि World Health Day के लिए आपकी यही सर्धंजली होगी। Health For All संदेश का अर्थ यह है कि सामाजिक आर्थिक स्थिति, लिंग, नस्ल या अन्य कारकों की परवाह किए बिना, गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं सभी लोगों को प्रदान की जाए। चलिए स्वास्थय के इस संदेश को फैलाने में WHO की मदद करते हैं और एक स्वास्थय की जानकारी पांच लोगों को शेयर करते हैं। 

Health For All से संबंधित संदेश

हम सभी को अपना शरीर एक मंदिर के रुप में देखना चाहिए और उसकी स्वच्छता पर ध्यान देना चाहिए। - V.S. Chandravanshi


इस संसार का सबसे बड़ा धन स्वास्थ्य है। क्योंकि अगर आप स्वास्थय है तो आप अपने लिए दुनियां की हर वस्तुए जुटा सकते हैं। - V.S. Chandravanshi


खुशी स्वास्थ्य का उच्चतम रूप है। - दलाई लामा

Happiness is the highest form of health. - Dalai Lama


बहुत से लोग बीमारी आने के बाद सजग होते हैं जोकि पूरी तरह से गलत कार्य है। यदि आप समय रहते अपने स्वास्थय के प्रति जागरुक रहते हैं तो आप हमेशा स्वास्थ्य रहेंगे। 

Many people wake up after getting sick, which is a completely wrong thing to do. If you remain aware of your health in time, then you will always be healthy. - V.S. Chandravanshi


स्वास्थ्य केवल बीमारी की अनुपस्थिति नहीं है, यह पूर्ण शारीरिक, मानसिक और सामाजिक कल्याण की स्थिति है। - महात्मा गांधी

Health is not merely the absence of disease, it is a state of complete physical, mental and social well-being. - Mahatma Gandhi


आयुर्वेद हमें केवल लक्षणों का इलाज करने के बजाय अपने शरीर को सुनना और समस्या के मूल कारण का पता लगाना सिखाता है। - दीपक चोपड़ा

Ayurveda teaches us to listen to our body and find the root cause of the problem rather than just treating the symptoms. - Deepak Chopra


योग स्वयं की, स्वयं के माध्यम से, स्वयं तक की यात्रा है। - भगवद गीता

Yoga is the journey of the self, through the self, to the self. - Bhagavad Gita


भोजन को अपनी दवा और दवा को अपना भोजन होने दो। - हिप्पोक्रेट्स

Let food be your medicine and medicine be your food. - Hippocrates


दिमाग ही सब कुछ है। आप जो सोचते हैं, वही बन जाते हैं। - बुद्ध

Mind is everything. What you think, you become. - Buddha


आपका शरीर एक मंदिर है, इसकी देखभाल करें। - भारतीय कहावत

Your body is a temple, take care of it. - Indian proverb


स्वास्थ्य ही धन है। - भारतीय कहावत

health is Wealth. - Indian proverb


एक स्वस्थ बाहर अंदर से शुरू होता है। - रॉबर्ट उरीच

A healthy outside starts from the inside. - Robert Urich


यदि आप अच्छे स्वास्थ्य में नहीं हैं तो आप धन का आनंद नहीं उठा सकते। - भारतीय कहावत

You cannot enjoy wealth if you are not in good health. - Indian proverb


इलाज से बेहतर रोकथाम है। - डेसिडेरियस इरास्मस (भारतीय दर्शन में अपनाया गया)

Prevention is better than cure. - Desiderius Erasmus (adopted in Indian philosophy)


हम आशा करते हैं कि इस विश्व स्वास्थ्य दिवस पर उपर दी गई सुविचर और कोट्स से आपको सीख मिली हो। आपको इसने प्रेरणा देने का काम किया हो। चलिए हम एक दूसरे को स्वास्थय रहने के लिए जागरुक करते हैं। (We hope that you have learned something from the above-given thoughts and quotes on this World Health Day. It has worked to inspire you. Let us make each other aware to stay healthy.)

कुछ अन्य सविचार की जानकारी नीचे दी जा रही है, इसे पढे और अच्छा लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करें। 

  1. अमृत वचन सुविचार
  2. मंच संचालन शायरी इन हिंदी
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गुरुवार, 6 अप्रैल 2023

Hanuman Jayanti Wishes 2023 | Status, Quotes, Images, SMS

Hanuman Jyanti Quotes 2023

हनुमान जयंती 2023

हर साल भगवान हनुमान (Lord Hanuman) के जन्म की वर्षगांठ पर, भारत के लोग हनुमान जयंती मनाते और हनुमान जी का पूजा अर्चना करते हैं। यह चैत्र मास में पूर्णिमा के शुभ दिन में मनाया जाता है। इस दिन, भगवान हनुमान के उपासना और पूजा किया जाता है। 

बजरंगी तेरी पूजा से हर काम पूरा होता है,
दर पर तेरे आते ही अज्ञान दूर हो जाता है,
रामजी के चरणों में ध्यान हमेशा आपका होता है,
आपके दर्शन से बिगड़ा हर काम सुधर जाता है।
हनुमान जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं।

Hanuman Jayanti is the birthday of Sri Hanuman and it is observed on the full moon day

Hanuman Jayanti is the birthday of Sri Hanuman and it is observed on the full moon day in the month of Chaitra in many parts of India. In Hinduism, Hanuman is the perfect manifestation of devotion, humility, discipline, strength and selfless service. He is the one who has conquered the senses and ego. He is the ideal living being.

Shri Hanuman Jayanti on thursday, 25th April 2013


Shri Hanuman Jayanti on thursday, 6th April 2023. Shri Hanumanji is the eleventh avatar of Lord Shiva, and a central character in the Indian epic Ramayana. The birth anniversary of Lord Hanuman is celebrated as Hanuman Jayanti on the full moon day of the lunar calendar of the Chaitra month... May Hanumanji Bless you with Wisdom, Strength and Prosperity.

It is believed that Hanuman was born at Sunrise. 

It is believed that Hanuman was born at Sunrise. On Hanuman Jayanti day temples start spiritual discourses at dawn before Sunrise and stop it after Sunrise.

Shri Ram Jai Ram Jai Jai Ram, Hare Ram Hare Ram Hare Ram ! 

Shri Ram Jai Ram Jai Jai Ram,
Hare Ram Hare Ram Hare Ram !
Hanuman Ji Ki Tarah Japte Jao,
Apni Saari Badhaye Door Karte Jao !
Shubh Hanuman Jayanti..

 

Hanuman Jayanti Wishes 2023


महाकाव्य रामायण के अनुसार, भगवान हनुमान राजा केसरी और रानी अंजना के पुत्र हैं। भगवान हनुमान को पवनपुत्र और अंजनेय सहित कई अन्य नामों से जाना जाता है। हनुमान जी को हिंदू समुदाय द्वारा भगवान राम का एक सबसे प्रिय भक्त माना जाता है। पवनपुत्र हनुमान जी हिंदू देवता भगवान शिव का एक अवतार है। हम सभी अगर भगवन हनुमानजी की पुजा करते हैं तो वे हमें अवश्य शक्ति देंगे तथा हमारी सभी बाधा को दूर कर देंगे। चलिए भगवान हनुमान जी से संबंधित कुछ सुविचार पढ़ते हैं-

भगवान हनुमान



इस हनुमान जयंती, मैं आशा करता हूं कि आपका जीवन खुशियों, आशा और सकारात्मकता से भर जाए। आपको हनुमान जयंती की शुभकामनाएं।

आइए हम हमेशा हनुमान जी को अपने हृदय में धारण करें और उनकी पूजा करें। हनुमान जी हमें दु:ख के सागर से पार ले जायेंगे। हनुमान जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं।

मैं आपके और आपके परिवार के लिए हनुमान जयंती पर खुशी, सद्भाव और समृद्धि की कामना करता हूं! हनुमान जयंती की शुभकामनाएं। हनुमान है नाम महान, हनुमान करें सारी बाधा को पार, जो लेता है नाम बजरंग बली का, सब दिन होते उसके एक समान, हनुमान जयंती की शुभकामनाएं!

भगवान हनुमान भगवान राम के सबसे बड़े भक्त हैं। हनुमान जयंती के अवसर पर वह आप और आपके परिवार पर अपनी दिव्य कृपा बरसाएं।

आपको हनुमान जयंती की बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं। मेरी कामना है कि आप एक सुखी और संतुष्ट जीवन के लिए बजरंग बली की शिक्षाओं और पदचिन्हों पर चलें।


आइए हम हनुमान जयंती के इस शुभ अवसर पर पवन पुत्र हनुमान से प्रार्थना करें और अपने जीवन में सफल होने के लिए उनका आशीर्वाद लें। आपको हनुमान जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं। जय हनुमान!


हनुमान जयंती के अवसर पर, मेरी कामना है कि जीवन में नकारात्मकता और खतरों से आपको बचाने के लिए हनुमान जी हमेशा मौजूद रहें। आपको हनुमान जयंती की हार्दिक बधाई।


हनुमान जयंती का उत्सव आपके जीवन में और अधिक खुशियाँ और सकारात्मकता लाए और आपको आशीर्वाद प्रदान करे। आपको हनुमान जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं।

आया जन्म दिवस राम भक्त हनुमान का,
अंजनी के लाल, पवन पुत्र हनुमान का।
लगाओ सब मिलकर जयकारा हनुमान जी का,
सबको शुभ हो जन्मदिवस भगवान हनुमान का।