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Matlabi Shayari (मतलबी शायरी) | प्यार, जमाना और दोस्ती की शायरी

 मतलबी शायरी, अर्थ और उद्दाहरण

नमस्कार दोस्तों, क्या आपको मतलबी शायरी का अर्थ पता है, अगर हां तो हमारे कमेंट बॉक्स में अवश्य लिखें। क्योंकि आज हम यहां पर आपको मतलबी शायरी (Matlabi Shayari) का अर्थ बताते हुए कुछ ऐसी ही शायरी प्रस्तुत करेंगे जिससे आपको इनके बारे में ठीक से पता लग सकें। 

मतलबी शायरी का अर्थ - यह एक प्रकार की ऐसी शायरी होती है जिसमें कुछ छिपाकर या छिपाते हुए बयान की जाती है ताकि जिसके लिए बोली जा रही है उसको समझे ने थोड़ा गहराई से सोचना पड़े। इसमें बहुत अधिक अल्फाज़ नहीं होते लेकिन इसका प्रभाव और संदेश का भाव बहुत गहरा होता है। ऐसी शायरी में अक्सर संदेश बहुत गहरा होता है लेकिन भाव छिपा रहता है।

हमें आंसू छुपाना था इसलिए पीछे मुड़े गये,
कोई उनको बताये कि हर बार पीठ दिखाने का मतलब बेवफा नहीं होता। 

इस प्रकार की मतलबी शायरी हमेशा ऐसे लोगों के लिए बोली जाती है जो हमेशा अपने लाभ की सोचते हैं। ऐसे लोग हमेशा अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए दूसरों के हित और उनकी भावना को अनदेखा करते रहते हैं।

आज के समय में बहुत से ऐसे लोग आपको मिल जायेंगे जो दूसरों के साथ संबंधों को स्थापित करने के लिए तथा किसी स्थिति को हास्यास्पद बनाने के लिए मतलबी शायरी का इस्तेमाल करते हैं। ये शायरियां भी कई प्रकार के हो सकते हैं जैसे- मतलबी प्यार शायरी, मतलबी जमाना शायरी,  मतलबी दोस्ती शायरी, मतलबी धोखेबाज शायरी, आदि। चलिए अब कुछ मतलबी शायरी को देखते हैं और उसके बाद एक-एक करके सभी matlabi shayari को जानेंगे तथा उद्दाहरण के साथ इन्हें समझेंगे। 

मेरे दिल के कुछ जज्बात आपके लिए दबे पड़ें हैं,  और आप दुनिया की मतलबी रस्मों में उलझे पड़ें है।
मेरे दिल के कुछ जज्बात आपके लिए दबे पड़ें हैं, 
और आप दुनिया की मतलबी रस्मों में उलझे पड़ें है। 


कुछ मतलबी शायरी ये भी है -

वही रोता है जो सही रिश्ते की खुश्बू महसूस करता है,
अन्यथा, मतलब की रिश्तों में कोई आपको नहीं रुला सकता।

क्या तुम्हारे लिए अब मुझे बेवफा कहलाने का कोई मतलब है,
जब तुमने सबके सामने किसी और से दिल लगा लिया।

एक तरफा प्रेम भी एक रिश्ता और खुशी का अहसास दिलता है,
क्योंकि सामने वाला कभी भी मतबल नहीं रखता।

उन्होंने मुझसे दुरिया ऐसे बढ़ाई जिससे मुझे पता ही न चलें
आइस्ते-आइस्ते यू हमसे दूर हुई जैसे मुझे उनसे मतलब ही नहीं। 

जितना जरुरी है उतना ही रिश्ता निभाओं,
नहीं तो रिश्ता हमेशा बोझ और मतलबी बन जाती है। 

अच्छा है किसी के मतलब के कम तो आए,
दे जाम मुझे इतना कि मेरे दिल को आराम आए। 

एक तरफा प्यार भी एक प्रकार का रिलेशनशिप होता है शाहब,
जिसमें कोई सामने वाला मतलब न रखें लेकिन वह बेवफाई नहीं कर सकता। 

ऊपर दी गई सभी शायरियां आपको अवश्य पसंद आयेंगे। चलिए आपके लिए कुछ और प्रस्तुति के लिए लिंक्स देते हैं जिन पर क्लिक करके आप उनको पढ़ सकते हैं। 


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