जीवन के सत्य की पहंचान
आंसू जताते है दर्द कैसा है। 
बेरूखी बताती है हमदर्द कैसा है। 
घमंड बताता है अमीर कैसा है। 
संस्कार बताते है परिवार कैसा है। 
बोली बताती है इंसान कैसा है। 
बहस बता देती है ज्ञान कैसा है। 
नजरे बताती है सूरत कैसी है।
स्पर्श बता देता है नीयत कैसी है। 

 
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