15 अगस्त (Independence Day): तिरंगे का सम्मान ही सच्ची देशभक्ति

स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगे का सम्मान – सच्ची देशभक्ति की पहचान

Svatantrata Divas Par Tirange Ka Sammaan

हर साल 15 अगस्त (Independence Day) और 26 जनवरी (Republic Day) का दिन हमारे देशवासियों के लिए बहुत गर्व और उत्साह से भरा होता है। इन दिनों स्कूल, कॉलेज, सरकारी संस्थान और समाज के हर कोने में देशभक्ति का रंग बिखर जाता है। लोग तिरंगे के साथ रैलियों, परेड और सांस्कृतिक कार्यक्रमों (Rallies, parades and cultural events) में भाग लेते हैं तथा तिरंगे झंडे का सम्मान करते हैं।

लेकिन इस देशभक्ति के उत्सव के बीच एक बात हममें से कई लोग अक्सर भूल जाते हैं – हमारे राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे (Indian National Flag) का सम्मान। कई बार तो अंजाने में ही हम लोग तिरंगे का अपमान कर देते हैं, जिसका हमें पता भी नहीं चलता कि कैसे। चलिए जानते हैं और ऐसे अंजाने में किए गए अपमान को दूर करके तिरंगे को सम्मान देते हैं।

देशभक्ति सिर्फ नारे लगाने में नहीं, तिरंगे झंडे को सम्मान देने में भी होनी चाहिए।

स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगे का सम्मान

 तिरंगा – हमारी पहचान और गौरव

भारतीय राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा झंडा सिर्फ कपड़े का एक टुकड़ा नहीं है, बल्कि यह हमारे देश की आज़ादी, एकता और विविधता का प्रतीक है। हमें तिरंगे झंडे में उपयोग हुए रंगों के महत्व को समझना होगा और अपने बच्चों को भी इसका महत्व बताना होगा।

·       केसरिया रंग – साहस और त्याग का प्रतीक होता है।

·       सफेद रंग – शांति और सत्य का संदेश देता है।

·       हरा रंग – समृद्धि और विकास का प्रतीक होता है।

·       अशोक चक्र – धर्म, न्याय और प्रगति का चक्र है।

जब हम तिरंगे झंडे को हाथ में थामते हैं, तो यह सिर्फ एक उत्सव की वस्तु नहीं होती, बल्कि करोड़ों शहीदों की कुर्बानियों की याद भी होती है। इसे हमें गर्व के साथ हाथ में थामना चाहिए और इसके रंगों के महत्व को याद रखना चाहिए।

15 अगस्त का महत्व

15 अगस्त 1947 को हमारे देश को ब्रिटिश हुकूमत (British rule) से आज़ादी मिली थी। यह दिन हमें याद दिलाता है कि आज़ादी कितनी मुश्किल से मिली है और इसके लिए हमारे देश के कितने ही लोग शहीद हुए हैं। यह दिन उन शहीद लोगों को याद करने और उन्हें दिल से सम्मान देने का दिन है। इस दिन का उत्सव मनाना ज़रूरी है, लेकिन इससे भी ज़्यादा ज़रूरी है कि हम उस आज़ादी के प्रतीक – तिरंगे झंडे का सम्मान करें।

स्वतंत्रता मिली है बलिदानों के बाद, इसे सम्मान देना हमारा पहला कर्तव्य होना चाहिए।”

चलिए दोस्तों, आज मैं आपको तिरंगे झंडे से जुड़े कुछ नियम बताने वाला हूं, जो मुझे पता हैं और जिन्हें नहीं पता, उन्हें भी पता होना चाहिए, ताकि हम भूल से भी तिरंगे का अपमान न करें।

तिरंगे के सम्मान से जुड़े नियम

दोस्तों, तिरंगे झंडे से संबंधित कुछ Flag Code of India के नियम हैं, जिन्हें हर भारतवासी को पता होना चाहिए। यहां पर मैं उनके कुछ मुख्य बिंदुओं पर प्रकाश डालूंगा:

1.     तिरंगे को जमीन पर कभी भी नहीं गिराना चाहिए।

2.     तिरंगे का इस्तेमाल सजावट या कपड़े के रूप में नहीं किया जा सकता है।

3.     तिरंगे को कभी भी फाड़ा, गंदा या खराब हालत में नहीं रखना चाहिए।

4.     कार्यक्रम के बाद यदि तिरंगा कागज़ या प्लास्टिक का है, तो उसे सम्मानपूर्वक इकट्ठा करें और उसका अपमान करने से बचें।

5.     यदि तिरंगे को रात में फहराया गया है, तो उसके लिए उचित रोशनी का इंतज़ाम होना चाहिए।

देशभक्ति और जिम्मेदारी का संतुलन

अक्सर देखा गया है कि 15 अगस्त या 26 जनवरी को लोग तिरंगा लेकर जुलूस में शामिल होते हैं, नारे लगाते हैं, फोटो खिंचवाते हैं, लेकिन अगले ही दिन वही तिरंगा सड़कों पर पड़ा मिलता है। मैं यह नहीं कहता कि लोग ऐसा जानबूझकर करते हैं, लेकिन ऐसा अगर दिखे तो हमारा फ़र्ज़ क्या बनता है, यह याद होना चाहिए। अगर हमें यह जमीन पर गिरा दिखे तो उसे उठा लेना चाहिए और उसके उचित स्थान पर फहराना चाहिए तथा तिरंगे झंडे को सम्मान देना चाहिए।

यदि आप तिरंगे झंडे को सम्मान देते हैं, तो यह आपकी देश के प्रति सच्ची देशभक्ति होगी।

देशभक्ति का मतलब सिर्फ उत्साह नहीं, बल्कि जिम्मेदारी का पालन करना भी होता है।”

स्कूल के बच्चों और युवाओं के लिए मेरा संदेश

आज की पीढ़ी सोशल मीडिया पर देशभक्ति दिखाने में आगे हो गई है – तिरंगे झंडे के साथ सेल्फी, वीडियो और पोस्ट डालना आम बात हो गया है। लेकिन हमें बच्चों को सिखाना होगा कि:
तिरंगे को कभी भी जमीन पर न रखें।
जुलूस या रैली के बाद तिरंगे को सुरक्षित स्थान दें।
प्लास्टिक के झंडों की जगह कपड़े के झंडे का इस्तेमाल करें।
पुराने या खराब तिरंगों का उचित तरीके से निपटान करें।

प्रेरणादायक देशभक्ति सुविचार

मैं भारत का तिरंगा हूं, मुझे सिर्फ लहरना अच्छा लगता है, जमीन पर गिरना नहीं।”


तिरंगे का सम्मान, शहीदों का मान है, उसका ख़्याल रखना हमारा कर्तव्य है।”


जो झंडा आसमान में लहराए, वही देश का मान बढ़ाएगा। इसलिए तिरंगे को हमेशा उचित स्थान पर फहराएं।”


देशभक्ति का पहला कदम – तिरंगे को सम्मान देने से शुरू होता है।”


तिरंगे के सम्मान के फायदे

1.     तिरंगा राष्ट्रीय एकता को मजबूत करता है – यह सभी धर्म, जाति और भाषा के लोगों को एक सूत्र में जोड़ता है।

2.     तिरंगा देश की छवि बेहतर बनाता है – दुनिया के सामने हमारे संस्कार और जिम्मेदारी का परिचय तिरंगा देता है।

3.     नई पीढ़ी के लिए उदाहरण – बच्चों में देशभक्ति की भावना तिरंगा पैदा करता है।

4.     क्या करें और क्या न करें

5.     क्या करें

तिरंगे झंडे को साफ और अच्छी हालत में रखें।
तिरंगे झंडे को सही तरीके से फहराएं और उतारें।
किसी भी देशभक्ति कार्यक्रम के बाद तिरंगे को सुरक्षित रखें।

6.     क्या न करें

तिरंगे को ज़मीन पर बिलकुल भी न गिरने दें।
कपड़ों, रुमाल या सजावट में तिरंगे का प्रयोग न करें।
गंदा या फटा तिरंगा इस्तेमाल न करें।

निष्कर्ष

15 अगस्त का उत्सव मनाना हमारी देशभक्ति का प्रमाण और सम्मान है, लेकिन तिरंगे झंडे का सम्मान करना हमारी जिम्मेदारी है।

देश के शहीदों ने हमें यह आज़ादी दी, और तिरंगा उसका जीवंत प्रतीक है।

आइए, इस स्वतंत्रता दिवस पर हम सिर्फ नारे न लगाएं, बल्कि यह भी संकल्प लें कि तिरंगे झंडे का कभी अपमान नहीं करेंगे।

“देश की पहचान उसका तिरंगा है, और तिरंगे का सम्मान हर भारतीय का धर्म और कर्तव्य होना चाहिए।”

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