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Buddha Purnima and suvichar in Hindi

 बुद्ध पूर्णिमा और बुद्ध का जन्मदिन | बुद्ध सुविचार

बुद्ध पूर्णिमा को वेसाक या बुद्ध जयंती के नाम से भी जाना जाता है। यह दुनिया भर में बौद्धों द्वारा मनाया जाने वाला सबसे पवित्र महत्वपूर्ण त्योहार है। जानकारी के लिए बता दें कि बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध है। यह त्योहार इनके जन्म, ज्ञानोदय और मृत्यु (परिनिर्वाण) का स्मरण कराता है। यदि आप एक छात्र है तो आपके लिए, बुद्ध पूर्णिमा के महत्व को समझना न केवल विश्व धर्मों के बारे में उनके ज्ञान को समृद्ध करता है बल्कि बुद्ध की शिक्षाओं से गहन जीवन सबक भी प्रदान करता है। चलिए इस ब्लोग के माध्यम से बुद्ध पूर्णिमा के बारे में जानकारी के साथ-साथ बुद्ध सुविचार को पढ़ते हैं ताकि भगवान बुद्ध द्वारा दी गई शिक्षाओ से परिचित हो सके।

अतीत में मत उलझो, भविष्य के सपने मत देखो, मन को वर्तमान क्षण पर केन्द्रित करो। - भगवान बुद्ध

बुद्ध पूर्णिमा गौतम बुद्ध के जीवन और शिक्षाओं को जनने और समझने का एक माहत्वपूर्ण दिन है। इसे भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में बहुत उत्साह से मनाया जाता है। इस दिन लोग भगवान बुद्ध के सुविचार, उनके गहन उद्धरण और शिक्षाएँ, करुणा, मनन और आंतरिक शांति का जीवन जीने आदि को जानने और समझने की कोशिश करते हैं। इस ब्लोग में हम भगवान बुद्ध के सुविचार और उनके ज्ञान पर प्रकाश डालेंगे। 

बुद्ध पूर्णिमा का महत्व

यह त्योहार हिंदू महीने वैशाख जो की अंग्रेजी का अप्रैल या मई महीना होता है, उसमें आता है। यह बौद्ध धर्म में सबसे पवित्र दिन होता है। इस दिन भगवान बुद्ध की शिक्षाओ, उपदेशों और अनुष्ठानों को समझा जाता है तथा भगवान बुद्ध से प्रथाना की जाती है कि उनका जीवन सार्थक और धर्म के मार्ग पर चलने वाला हो। यदि आप भगवान बुद्ध के पूरे जीवन को जानने और समझने का प्रयास करेंगे तो आपको ऐसी शिक्षाओं और ज्ञान प्राप्त होगा  जो कही और नहीं मिल सकती है। 

ऐतिहासिक संदर्भ

भगवान बुद्ध का जन्म 563 ईसा पूर्व में लुंबिनी में हुआ था। यह स्थान वर्तमान समय में नेपाल में स्थित है। बुद्ध बहुत ही सम्पन्न परिवार में जन्म लिये थे लेकिन वे बचपन से ही सत्य की खोज में लग गये जिसकी वजह से वे  राजसी जीवन त्याग दिये और आत्मज्ञान की तलाश  में लग गयें। उन्होने कई वर्षों तक भारत के बोधगया में बोधि वृक्ष के नीचे तपस्या की। जिसके परिणाम स्वरूप बुद्ध को यहां पर ज्ञान प्राप्त हुआ। इसके बाद वे भगवान बुद्ध कहलाने लगे। बुद्ध ने अपना सारा जीवन आत्मज्ञान का मार्ग सिखाने, करुणा, ज्ञान और नैतिक आचरण पर जोर देते हुए बिताया। 

बुद्ध का जन्मदिन

बु्द्ध का जन्मदिन बुद्ध पूर्णिमा के रूप में भारत, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड और जापान सहित अन्य देशों में बड़े उत्साह और भक्ति के साथ मनाया जाता है। चलिए इस दिन को खास बनाने के लिए उनके शिक्षाओ का अनुसरण करते हैं। 

बुद्ध सुविचार

तीन चीजें लंबे समय तक छिपी नहीं रह सकतीं: सूर्य, चंद्रमा और सत्य। - भगवान बुद्ध


आप, स्वयं, पूरे ब्रह्मांड में किसी भी व्यक्ति की तरह, अपने प्यार और स्नेह के हकदार हैं।  - भगवान बुद्ध


शांति भीतर से आती है। इसे बाहर मत खोजो।  - भगवान बुद्ध


मन ही सब कुछ है। आप जो सोचते हैं, आप बन जाते हैं।  - भगवान बुद्ध


स्वास्थ्य सबसे बड़ा उपहार है, संतोष सबसे बड़ी दौलत है, वफादारी सबसे अच्छा रिश्ता है।  - भगवान बुद्ध


शरीर को अच्छे स्वास्थ्य में रखना एक कर्तव्य है... अन्यथा हम अपने दिमाग को मजबूत और स्पष्ट नहीं रख पाएंगे।  - भगवान बुद्ध


कोई भी हमें खुद के अलावा नहीं बचा सकता है। कोई भी नहीं कर सकता है और कोई भी नहीं कर सकता है। हमें खुद ही रास्ता चलना चाहिए।  - भगवान बुद्ध


एक मोमबत्ती से हज़ारों मोमबत्तियाँ जलाई जा सकती हैं, और मोमबत्ती का जीवन छोटा नहीं होगा। साझा करने से खुशी कभी कम नहीं होती।  - भगवान बुद्ध


जीवन में एकमात्र वास्तविक विफलता यह है कि आप जो सबसे अच्छा जानते हैं, उसके प्रति सच्चे न रहें।  - भगवान बुद्ध


भगवान बु्द्ध से संबंधित अन्य सुविचार के लिए नीचे दी जा रही लिंक्स पर क्लिक करें- 

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