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सफलता और असफलता | Success Quotes, Anmol Vachan

सफलता और असफलता

आप कभी असफल नहीं हो सकते

कोई भी मनुष्य जीवन में सफलता का स्वाद चखने से पहले निश्चित रूप से असफलता, अस्थायी हार का सामना करता है। जब हार हावी हो जाती है तो लोग सबसे आसान तरीका ढूंढ़ते हैं कि मैदान छोड़कर हट जाओ।
ज्यादातर मनुष्य यही करते हैं। सफल आदमियों के एक सर्वें में यह पता चला कि बड़ी सफलता, असफलता के एक कदम पीछे होती है। असफलता में ही सफलता छिपी होती है। अगर आप सफल होना चाहते हैं तो अपनी असफलता की दर दुगुनी कर दो यानि उद्देश्य प्राप्ति तक प्रयास करते रहो। अगर कोई कार्य आपके अनुसार ठीक है तथा आपका इसमें विश्वास है तो आगे बढ़कर इसे करो। अपने उद्देश्य को सामने रखो। यदि अस्थायी हार या असफलता का सामना करना पड़े तो डरें नही। कोई भी इंसान तब तक नहीं हारता जब तक कि वह वास्तव में हार स्वीकार नहीं कर लेता।
सफलता और असफलता
संबंधों में मजबूती लाएं
अगर आपको कुछ समय से ऐसा महसूस हो रहा है कि आप दूसरे लोगों से अच्छा बर्ताव नहीं कर रहे हैं या उनसे कटे-कटे रह रहे हैं तो समझ लीजिए कि आपके जीवन के प्रधान और आधारभूत नियम गड़बड़ा चुके हैं। आप जो परेशान हुए हैं वह किसी व्यक्ति की वजह से नहीं बल्कि अपने विश्वास, अपने स्तर या नियमों का उल्लंघन करने की वजह से। शायद आपने अपने व्यावहारिक नियमों को भी ताक पर रख दिया है। अगली बार यह ध्यान रखें कि आप किसी व्यक्ति से खफा नहीं हो बल्कि वर्तमान परिस्थितियों के कारण ऐसा हो रहा है। अपने आप से पूछें मेरे नियम ज्यादा महत्त्वपूर्ण हैं या व्यक्ति के साथ संबंध। आपकी पुरानी स्थापित आदतों में किसी प्रकार की रूकावट, द्वन्द्व की स्थिति का निर्माण कर देती है।
यह कहने की जरूरत नहीं है कि सीमित अभिव्यक्ति जीवन को सीमित बनाती हैं। तरक्की तथा विकास के लिए अपनी घिसी-पिटी आदतों को छोड़कर नयापन अपनाएं। महान विचार बिजली के वोल्ट की तरह चोट नहीं करेगा, बल्कि आपको अपने जीवन में मूर्तरूप से उसे उतारना होगा।

आपकी विशिष्ट पहचान

आपको विशिष्ट पहचान कैसे मिलती है? आप अपने आपमें बेजोड़ हैं, अद्वितीय हैं यह आपके अनुभवों की वजह से है। आपके कार्य आपके नर्वस सिस्टम में रिकार्डिड है न कि आपकी जागृत मैमोरी में हैं।
यह संपूर्ण जागृत या अजागृत स्मृतियां संदर्भ कहलाती हैं, जो कुछ आपने देखा, सुना, सूंघा या महसूस किया यह आपकी विशाल हार्ड-डिस्क यानी दिमाग में छिपा है। ये संदर्भ तथा अभिव्यक्तियां वही हैं जिन पर हम निर्भर करते हैं, विश्वास करते हैं या सामर्थ्य रखते हैं। ये संदर्भ वही हैं जो हमारे जीवन को आकार देते हैं, बल्कि ये वे अर्थ है जिनके साथ हम सम्बन्धित हैं।

फोकस अनुपात 

95 : 5  सिद्धांत- भावनात्मक कोलाहल की स्थिति में भी सफल मनुष्य मजबूत तथा केन्द्रित रहता है। इसलिए मुख्य बात यह है कि इनमें सन्तुलन कैसे बनाया जाए। कम से कम 95 प्रतिशत अपना समय समाधान खोजने में खर्च करें।

Nakaratmak-Dristhikon-ko-dur-kare

नकारात्मक दृष्टिकोण को छोड़ें

हम विभिन्न परिस्थितियों को परिभाषित करने के लिए लगातार विभिन्न अलंकरणों का प्रयोग करते हैं जैसे जिंदगी एक जुआ है या एक युद्ध है, आदि। इस तरह के अलंकरण हमारी जिन्दगी के विभिन्न क्षेत्रों को प्रभावित करते हैं। अगर जीवन युद्ध होता तो जीना मुश्किल होता। इसका मतलब है कि आपके जीवन में युद्ध का अर्थ हारने या मारे जाने का प्रतीक है।

क्या प्राकृतिक ताल के साथ जिंदगी का गाना और नाचना भी हो सकता है? सफल व्यक्तियों की डिक्शनरी में नकारात्मक शब्द मुश्किल से ही ढूंढने पर मिलता है। शब्द भावनाओं को अधिक शक्तिशाली बनाते हैं। आप जैसे ही भावनाओं को शब्दों में व्यक्त करते हैं, तो यह आपकी भावना को एक अर्थ प्रदान करते हैं। जहां तक संभव हो अपने जीवन में सफलता की डगर पर चलने के लिए नकारात्मक शब्दों का इस्तेमाल करने से परहेज करें
Sakaratamak soch Rakhana Chahiye

भले ही देर से पर सफलता मिलती है

अपने मस्तिष्क में हमेशा दृढ़ता रखें। जरा स्टोन कटर के बारे में सोचें। किस प्रकार बड़े से बड़े पत्थर को वह दो भागों में बांट देता है? वह पूरी ताकत से इस पर प्रहार करता है। अगर पहले प्रहार से पत्थर पर निशान न भी पड़े तब भी प्रहार करता जाता है।

वह जानता है उसकी कोशिश बेकार हो रही है फिर भी वह मजबूती से अपने कार्य में लगा रहता है।

हमें परिणाम तुरंत नजर नहीं आया इसका यह मतलब नहीं कि कुछ घट नहीं रहा है।

पत्थर तोड़ने वाला लगातार प्रहार करता रहता है एक समय ऐसा आता है कि पत्थर टुकड़ों में बंट जाता है। क्या यह उसका आखिरी प्रहार था जिससे कार्य को अंजाम मिला निश्चित रूप से नहीं। यह प्रहारों का संयुक्त प्रभाव था जिससे पत्थर दो हिस्सों में टूट गया। दूसरे शब्दों में यह लगातार कोशिश ही थी जिससे आखिर में सफलता मिली।

अच्छा अनुभव करना कठिन नहीं

अगर आप जीवन में तकलीफ महसूस कर रहे हैं तो यह वर्तमान में किए जा रहे कार्य का या आपके सोचने के तरीके का परिणाम हो सकता है। हम इसे आपका रीतिशास्त्र कह सकते हैं।

अगर आप अपने महसूस करने के तरीके को पसंद नहीं करते तो अपने तरीके को बदलें या फिर अपनी कार्यशैली बदलें।
Sakaratmak Soch

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि ज्यादातर लोगों ने ऐसी परिस्थितियों का निर्माण खुद किया है जो उन्हें नकारात्मक पहलू महसूस कराती रहती हैं जबकि कुछ लोग सकारात्मक सोच के द्वारा अपना जीवन सुखद बनाते हैं।
तो क्यों नहीं आप सुखद महसूस करने के लिए प्यार करने, प्यार देने, सकारात्मक सोच और आनन्दपूर्वक जीवन जीने के आसान नियमों को अपनाएं।


सकारात्मक सोच अपनाएं ताकि जीवन में अधिक प्यार, सुख व आनंद प्राप्त हो सके।

Saflta ka rahasya

सफलता का रहस्य

क्या विशिष्टता सफलता का रहस्य है? सच्ची विशिष्टता अपनी सारी काबलियत को निश्चितता की स्थिति में डालने में है।

Secret of success - Safalata pane ki kunji
एक ऐसा इंसान जिसने अपने जीवन में कभी कम्प्यूटर देखा भी नहीं था उसने फिर भी दुनिया को साफ्टवेयर देने का वादा किया। यह उसकी निश्चितता की समझ थी, जिससे उसने अपने स्रोतों को गतिशील बनाकर अपना भविष्य बनाया।

सफलता प्राप्त करने के लिए अपने आपको पूर्ण रूप से समर्पित करें। 

कल्पना असंभव को संभव बनाती है?

अक्सर हमारा दिमाग सच्चे अनुभवों और कल्पनाओं में अंतर नहीं कर पाता है। जैसा कि एक महान वैज्ञानिक ने कहा है कि ज्ञान से ज्यादा शक्ति कल्पना में है।

कुछ लोग होते हैं जो नए तरह के अनुभवों से डरते हैं जबकि दूसरे लोग इन अनुभवों को अपनाने की कोशिश करते हैं क्योंकि उन्होंने इच्छित परिणामों को प्राप्त करने के लिए विभिन्न कल्पनाओं का सहारा लिया है।

ऐसा उद्देश्य निश्चित करें जो आपको उद्वेलित करे। एक नया अनुभव होने दें। अपनी सफलता की कल्पना करें।

विपत्ति का सामना
यह जानना बहुत जरूरी है कि मुश्किल परिस्थितियों का सामना कैसे किया जाए? सफल व्यक्ति परेशानियों को अस्थायी मानते हैं, जबकि असफल व्यक्ति इन्हें स्थायी मानते हैं। डॉ. मार्टिन ने इसे प्रबुद्ध असहाय स्थिति का नाम दिया दिया है जो निम्नलिखित सोच का परिणाम है-
·       समस्या अस्थायी की अपेक्षा स्थायी है।
·       समस्या फैली हुई है।
·       समस्या व्यक्तिगत (प्रसनल) है।

विश्वास-सफलता की कुंजी है

आशाएं काम करने की क्षमता को बढ़ाती हैं, जिसे पिगनमैलियन प्रभाव कहते हैं। एक व्यक्ति ने अपनी रिसर्च में टीचरों को कहा कि कुछ बच्चे अपनी कक्षा में काफी प्रतिभावान है। ऐसी बच्चों की प्रतिभा को बढ़ाने के लिए लगातार तराशने की जरूरत है। टीचरों ने ऐसा ही किया तथा जिन स्टूडेंट को प्रतिभाशाली समझकर छांटा गया था, उन्होंने अच्छे परिणाम दिखाए। एक बात बताना जरूरी है कि यहां ऐसा कोई अध्ययन नहीं किया गया जो यह बताए कि कौन से बच्चे प्रतिभा सम्पन्न हैं या कौन से बच्चे कमजोर हैं। यह अध्ययन दिखाता है कि विश्वास का कितना महत्त्व है।

बदली हुई क्रिया विधि

बदलाव कैसे होते हैं? जब हम अपने कार्य करने के तरीके को बदलते हैं तथा अपने आपको नर्वस सिस्टम से जोड़ते हैं तब ऐसा होता है। फिर अनुभव में भी बदलाव आ जाता है। जब तक आपको शराब पीने से खुशी मिलती है तब तक आप शराब पीते रहोगे। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आप शराब को अपनी कुंठा, सड़क दुर्घटना यहां तक कि मृत्यु के साथ जोड़ते हैं। दर्द तथा खुशी का महसूस होना हमारे नर्वस सिस्टम से जुड़ा होता है। नर्वस सिस्टम से जुड़ाव हमारे व्यवहार को निश्चित करता है। 

एक पल ही काफी है

जितनी तेजी से समस्या पैदा होती है, उसका हल भी उतनी ही तेजी से निकाला जा सकता है। अगर आपने अपनी आदत को बदलने के लिए ज्यादा समय लिया है तो यह इस कारण से हुआ कि आपने यह महसूस करने में काफी समय लिया है कि आपको जरूर बदलना चाहिए। विश्वास करें कि आप अभी भी अपने आपको बदल सकते हैं।

लोग बदलाव को अपनी पिछली असफलताओं के साथ जोड़ते हैं तथा सोचते हैं कि आदत में बदलाव लाने के लिए लंबी प्रक्रिया से गुजरना होगा।

इस तरह की मानसिक रूकावटें बदलाव लाने में ज्यादा समय लेती है। उन रूकावटों को अभी बाहर निकाल फेंकें तथा महसूस करें कि नए बदलाव या नये कार्य नये परिणामों को जन्म देंगे। वैसे हो सकता है आप इसे नकारने की कोशिश करें लेकिन यही सच है। 

परिवर्तन में निपुणता

क्या आपने कभी कमरे की खिड़की में मक्खी को फंसते हुए देखा है? वह मक्खी खिड़की से निकलने की कोशिश में लगी रहने के चक्कर में खिड़की से टकराती रहती है। यही स्थिति मनुष्यों के साथ भी है। हो सकता है कि वे प्रेरित हो लेकिन अगर वे ऐसी दिशा में कोशिश करेंगे जहां असफलता निश्चित हो तो अपने मकसद में कभी कामयाब नहीं हो सकते।

अपनी व्यावहारिक आदतों को छोड़ें। मौजपूर्ण तरीके से इन सीमाओं को तोड़ें।

हम अपने दिमाग तथा शरीर को तब तक ढालने की कोशिश करते रहते हैं जब तक आदत न बन जाए। हम रोजाना बाहर निकलने के लिए एक ही रास्ते का प्रयोग करते हैं फिर दूसरे रास्ते पर निकल पड़ते हैं तथा उस पर चलते जाते हैं।
हमारी भावना तथा व्यवहार संबंधी आदतें वैसी ही होती हैं जैसा हम कल्पना करते हैं। नकारात्मक प्रतिक्रिया, गुस्सा और अवसाद आदि हमारी आदतों में शामिल हैं। अपने आपको खुश रखने व आभार व्यक्त करने के लिए प्रशिक्षित करें। 

अपने आपको परितोषिक दें

क्या आप बंदर को नाचना सिखा सकते हैं? जी हां आप उसे नाचना जरूर सिखा सकते हैं, क्योंकि इंसानों तथा जानवरों में परिवर्तनशील व्यावहारिकता होती है। वे नई परिस्थितियों के अनुसार ढलना जानते हैं।

प्रशिक्षक बंदर को बारीकी से देखते हैं। जब वह भोजन की तरफ बढ़ता है तो वे डंडे के डर का प्रयोग करते हुए भोजन की दिशा बदल देते हैं तथा अधिक भोजन से ललचाते हैं।

इस प्रकार बंदर इच्छित दिशा में पलटने की आदत बना लेता है तथा इस तरह उसके उलटने-पलटने की हरकतें नाच की तरह नजर आती है।

खुशनुमा परितोषिक की एक सूची बनाएं। जब आप कोई अच्छा काम करे तो उन पारितोषिकों का निर्माण करें जिन्हें आप अपने मन से अपने आपको प्रदान कर सकें। 

पढ़ने की मेज पर चिपकाएं

अपनी पुरानी भावनात्मक या व्यावहारिक आदतों को सोचें जिन्हें आप अपने दुःख-दर्द के साथ जोड़ते हैं।

अपने नए अंदाजों की, खुशी या आनंददायक परिस्थितियों के साथ जोड़े।

क्या आपका नया अंदाज या पैटर्न आपके उद्देश्य तथा विश्वास के साथ मेल खाता है तथा उन्हें प्राप्त करने में सहायक है।

पुराने पैटर्न के लाभों को सम्भाल कर रखें। अगर आप पहले अपने तनाव को कम करने के लिए धूम्रपान करते थे तो अब उसके स्थान पर स्वास्थ्यवर्धक उपाय करें।


कल्पना करें कि आप बदले हुए प्रकृति के अनुसार व्यवहार कर रहे हैं तथा आपकी पुरानी आदतें बदल रही हैं।

Sambhav aur Asambhav - Possible

सम्भव और असम्भव - Possible and Impossible

असम्भव सिर्फ सोच का कमाल-

कई सालों पहले, चार मिनट में एक मील तक दौड़ना नामुनकिन कार्य माना जाता था। लेकिन धावक रोजर बैनिस्टर ने इस भ्रम को तोड़ दिया। उसने 3:59 मिनट में दौड़कर यह दूरी तय की। उसने अपनी जीत का मानसिक चित्रण किया जिससे शरीर की नर्वस प्रणाली ने इस प्रकार सिग्नल ग्रहण किए कि उसे यह विश्वास हो गया कि मुझे सफलता जरूरी मिलेगी। बैनिस्टर की सफलता ने दूसरे धावकों के लिए भी रास्ते खोल दिए। इसके बाद तो एक साल में ऐसे कई धावक हो गए जिन्होंने इस असंभव कार्य को कर डाला।

असम्भव सिर्फ सोच का कमाल
आपको अपने दिमाग से रूकावटों के घेरे को तोड़ने की तथा असंभव को संभव बनाकर चलने की जरूरत है। इससे आपके तथा आपके आस-पास के लोगों का जीवन ही बदल जाएगा।

दिमाग की समतल प्रक्रिया-

जब कभी हम किसी घटना से रूबरू होते हैं तो हमारा दिमाग उस घटना को दर्द या खुशी के रूप में अपने अंदर स्टोर कर लेता है। यह वर्गीकरण इस विश्वास पर होता है कि आप किसी घटना को किस तरह दर्द या खुशी के रूप में महसूस करते हैं। यह ठीक है कि हमारी सामान्य स्थिति हमसे कार्य कराती है लेकिन उसकी भी एक सीमा होती है। कुछ लोग अपने आपको नालायकों की श्रेणी में रखते हैं क्योंकि उन्होने जीवन में कई बार असफलता का सामना किया होता हैं। इस तरह से अपने आपको किसी श्रेणी में बांटना एक आदत बन सकता है जो संभव को भी असंभव बनाने के रास्ते खोलता है।

क्या आप अपने सीमित मूल्यांकन की दूसरे लोगों के साथ तुलना करते हो? क्या कोई अपवाद है?

सही प्रश्न पूछकर अपनी बुरी आदत को बदलें-

हो सकता है कि आपने कई बार अपना वजन कम करने कोशिश की हो लेकिन हर बार आपको असफलता ही हाथ लगी हो। क्या आपने अपने आपसे पूछा है? कि कैसे मेरा पेट भरेगा?  मेरा मनपसंद तला हुआ भोजन कौन-सा है? इसके अलावा अपने आपसे पूछा जाए कि किस भोजन से मुझे ताकत मिलेगी? कौन-सा हल्का सूप मुझे ऊर्जा प्रदान करेगा? अगर आप भी खाने के प्रति लालायित हों कि इसे खाने से मेरा कितने किलो वजन बढ़ेगा? फिर क्या मैं अपने मकसदों में सफल हो पाऊंगा?

प्रश्नों में बदलाव आपकी गलत आदतों में बदलाव लाएगा तथा आपके जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा।

आप क्या चाहते हैं कि इस विषय पर सोचें या न सोचें। उदाहरण के लिए धूम्रपान छोड़ने के बारे में सोचने की बजाय यह सोचें कि किस तरह स्वस्थ रहा जा सकता है। इससे आपको मुख्य बिन्दु पर ध्यान केन्द्रित करने में सहायता मिलेगी तथा आपके लिए उद्देश्य को प्राप्त करना आसान होगा। आप क्या चाहते हो तथा इसमें क्या रूकावट है इसे पहचानों।
सही प्रश्न- बदलाव को खुशी से जोड़ें तथा दुःख को किसी बदलाव से नहीं।
अगर मैं इसमें बदलाव नहीं लाता तो इसका मुझ पर क्या असर पड़ेगा।
मेरे लिए यह बदलाव कितना महत्त्वपूर्ण है? क्या मैं कुछ खोऊंगा?
अपने भावनात्मक, शारीरिक, आर्थिक तथा आध्यात्मिक पहलू का मूल्यांकन करें।
क्या यह मेरे कार्य तथा संबंध पर प्रभाव डालेगा?
अब अपने आपसे प्रश्न पूछें-
जब मैं इसमें बदलाव लाऊंगा तो खुद के बारे में कैसा महसूस करूंगा?
इसमें बदलाव लाकर मुझसे सबसे अधिक प्रेम करने वाला व्यक्ति कैसा महसूस करेगा?
इसमें बदलाव लाकर मैं कितना खुश रह पाऊंगा?
किसी से प्रेरणा लेकर या किसी को अपने जीवन का आदर्श बनाकर उसके नक्शे-कदम पर चलकर किसी क्षेत्र में सफलता पाने की कोशिश करना आपके लिए नया प्रश्न है। ऐसा अनुभव जिसे आप आत्मसात करने की इच्छा रखते हैं।
सही प्रश्न प्रणाली किस तरह काम करती है?-
आप जिस चीज की खोज कर रहे हैं, उसके प्रति पूरी तरह जागरूक रहें। नीचे दिए गए अनुभवों को उदाहरण के तौर पर अपनाने का प्रयास करें। इसे एक अपरिचित क्षेत्र में करें। एक मिनट तक अपने आस-पास के माहौल पर विचार करें तथा अपने आपसे सवाल करें-
मैं पीला रंग कहां-कहां पर देखता हूं?” उस रंग संबंधित सभी जानकारियां अपनी नोटबुक में लिख लें। इसके बाद अपनी आंखों को बंद कर लें। अपने आपको हरे रंग में रंगा हुआ महसूस करें। इससे संभावना यह होगी कि आपको भूरे रंग से संबंधित सारे बातें याद रहें लेकिन हरे रंग के बारे में दिमाग में कुछ प्रकट न हो। अब अपनी आंखें खोलें, आपको सब कुछ हरा-हरा महसूस होगा।
इसे अपने बाथरूम के शीशे पर चिपकाएं-
इस समय मैं किस वजह से खुश हूं?
इस समय मैं किस वजह से अपने आपको आनंद में डूबा हुआ महसूस कर रहा हूं? वह क्या चीज है जो मुझे आनंद प्रदान करती है?
मैंने आज क्या दिया है? मेरा उसमें क्या सहयोग है?
मैंने आज क्या सीखा है? मैंने क्या कुछ नया किया है?
किस तरह आज मेरे जीवन की गुणवत्ता में बढ़ोतरी हुई है? आज किया गया निवेश भविष्य में मुझे किस तरह लाभ प्रदान करेगा।
प्रश्नों को प्रभावशाली बनाएं- नेगेटिव (नकारात्मक) पलों में रुकावट डालने के लिए अपने आपसे सवाल करें इसमें क्या खास बात है”? याद रखें, हम अपने अनुभव के साथ कोई भी संबंध या अर्थ स्थापित कर सकते हैं। दूसरा पूछे जाने वाला प्रश्न है- क्यों की अपेक्षा कैसे पर, केन्द्रित ध्यान (फोकस) का प्रयोग समाधान के लिए किस प्रकार किया जा सकता है?

इन प्रश्नों को सुबह के प्रश्नों में शामिल करें। अपने जीवन की खास घटनाओं के साथ अर्थ और संबंध जोड़ने के लिए सिर्फ हम ही जिम्मेदार हैं। यह हमारे ऊपर निर्भर करता है कि हमे नेगेटिव (नकारात्मक) परिस्थितियों का सामना नेगेटिव (नकारात्मक) तरीके से करना है या पोजीटिव (सकारात्मक) तरीके से। यह चुनना आपके ऊपर है कि अगर आपको संसार की तरफ से दर्द मिला है तो बदले में क्या आप भी संसार को दर्द देना चाहेंगे या बेहतर बनाने की कोशिश करोगे या आपके साथ अच्छा व्यवहार किया गया है तो आप दूसरों के प्रति अधिक संवेदनशील होना चाहोगे।

Activity of meditation - Dhyana

ध्यान कहां केन्द्रित करें?

अगर आप अपना ध्यान हर समय नकारात्मक सोच पर केन्द्रित करेंगे तो आपके साथ दुर्घटना घटित होने से कोई नहीं रोक सकता। उदाहरण- कार को तेज स्पीड में चलाते हुए हुए अगर आपकी कार नियंत्रण करने की कोशिश में फिसल जाती है और आप इससे बचने के लिए दीवार की तरफ देखते हैं, लेकिन अपने मन में नकारात्मक सोच रखे होने के कारण आप अपनी कार को दुर्घटनाग्रस्त कर बैठते हैं।

Activity of meditation - Dhyana - Suvichar

आपको डरने की जरूरत नहीं हैं, अपने जीवन को दीवार से दूर, आसमान की ऊंचाई तक की दिशा निर्धारित करके वहां ले जाएं। आप जो चाहते हों, उस पर ध्यान केन्द्रित करें न कि कहीं और। इससे आप प्राकृतिक तौर पर अपने आप कार्य करने लग जाएंगे। जो आपकी इच्छा है, जिसके आप लायक हो, उस पर ध्यान केन्द्रित करें।

सही प्रश्न- सही निर्णय-

एक दिन एक लड़के को स्कूल में उससे बड़ी क्लास में पढ़ने वाले लड़के ने पीट दिया। गुस्से में आकर उस लड़के ने उस बड़ी क्लास वाले लड़के से बदला लेने की ठान ली। वह लड़का घर से अपने पिता की पिस्तौल लाया और उस दूसरे लड़के पर तानकर खड़ा हो गया। लेकिन गोली चलाने से पहले उसने दिमाग में सवाल उठा कि अगर मैने उसे गोली मार दी तो उसके बाद मुझे तो जेल जाना पड़ेगा? उसकी आंखों के आगे जेल का पूरा भयानक दृश्य घूमने लगा। उसने उस लड़के को गोली मारने के बजाय खाली दीवार पर गोरी चला दी।

उस गोली चलाने वाले लड़के का नाम बो जैक्सन था, जिसने आगे चलकर खेलों की दुनिया में अपना नाम रोशन किया। थोड़ी सी समझ-बूझ ने दर्द को खुशी में बदल दिया। एक ऐसा लड़का, जिसका कोई भविष्य न था तथा दूसरे ही पल ऐसा लड़का जो बाद में चलकर खेलों का महान सितारा बना, में फर्क पैदा कर दिया। इसलिए अपने आपसे सही प्रश्न करें और अपने आपको बदलें।

ध्यान केन्द्रित करने की प्रक्रिया

आइए कुछ ऐसे उपायों की सूची बनाएं जिसमें आप सिगरेट, शराब, आदि का उपयोग किए बिना अपने मूड को बदल सकते हैं तथा अपने मस्तिष्क की सकारात्मक स्थिति में वृद्धि कर सकते हैं।
1.     उन बेस्ट उपायों को नोट करें जो आपकी नकारात्मक सोच को सकारात्मक सोच में बदल सकते हैं।
2.   उन नए विचारों और उपायों को भी इसमें शामिल कर लें जिन्हें आपने अभी तक आजमाया नहीं है। इससे आप निश्चित रूप से बेहतर महसूस करेंगे। जब तक आप 15 से 30 तक नए विचार न लिख लें तब तक रुकें नहीं। हालांकि इस विषय पर सैकड़ों स्वस्थ विचार लिखे जा सकते हैं। इन्हें अभी लिखने की कोशिश करें।
3.  प्रसन्न, आनन्ददायक तथा अच्छा महसूस करने के बहुत से तरीके हैं जिनमें से आप किसी एक को चुन सकते हैं।

4.   अपना कोई मनपसंद गाना सुनें, कोई कानों को प्यारी लगने वाली धुन बजाएं, कोई हंसी-मजाक वाली फिल्म या नाटक देखें, दोस्तों के साथ भोजन करें, फूलों से अपना घर सजाएं, अपने रजिस्टर में अपने अनुभव को लिखें, दोपहर को हल्की नींद लें, आदि।

Bhavana – Sharir Vygyan

भावना- शरीर विज्ञान

कई बार शारीरिक अवस्था में बदलाव लाने से भी बहुत से लाभों को प्राप्त किया जा सकता है। जब कोई व्यक्ति गुस्से, तनाव या अवसाद की अवस्था में होता है तो अक्सर वह धूम्रपान, शराब जैसी नकारात्मक क्रियाओं का सहारा लेने लगता है। नकारात्मक अवस्था को ध्यान, व्यायाम, संगीत आदि द्वारा दूर किया जा सकता है। कंधे बिचकाना, सिर झटकना आदि निम्न भावनात्मक पहलू को दर्शाते हैं। जब हम पूरी तरह जोश में भरे होते हैं, प्रसन्न मुद्रा और आत्म-विश्वास से सरोबार होते हैं तो हमारा सीना गर्व से फूल जाता है, कंधे ऊंचे उठ जाते हैं और सांसे बेहतर हो जाती हैं।
Bhavana - Shareer Vigyan Suvichar and Thought

अपनी शारीरिक अवस्थाओं में बदलाव लाने से आप अपने भावनात्मक पहलू को बदल सकते हैं क्योंकि हमारी हर भावना का संबंध शारीरिक क्रियाओं से होता है।

मुस्कराहट - अगर आप मुस्कराते हो तो संसार भी आपके साथ मुस्कराने लगेगा।

एक सप्ताह तक, रोजाना दिन में पांच बार एक मिनट के लिए शीशे के सामने खड़े हो जाएं और जी भरकर मुस्कराएं। ऐसा करते हुए आपको थोड़ा सा अजीब सा तो लगेगा, लेकिन जब आपकी मुस्कराहट बनावटी न होकर मौलिक तथा चमकदार होगी तब आप अंदर से बहुत ही अच्छा महसूस करेंगे।

आपकी भावनाएं आपकी शारीरिक क्रियाओं का हिस्सा हैं?- अपनी भावनाओं के दायरे को महसूस करने की कोशिश कीजिए। अपनी जरा सी कोशिश तथा उदगम केन्द्र में बदलाव लाकर आप अपनी खुशी को दुगना कर सकते हैं। आप अपनी स्वाभाविक तथा सकारात्मक भावनाओं में से किसी एक को चुनें तथा अलग-अलग मुद्राओं, हरकतों और अपने हाव-भाव से उस भावना का आनंद उठाएं।

जब आप किसी परेशानी में हों, तब इसे याद करें- अपने जीवन के उन पलों को याद करें जब आप किसी से बहुत ज्यादा गुस्सा थे, किसी के प्रति ईर्ष्या में जल रहे थे या किसी मुसीबत में घिरे हुए थे। उन पलों को याद करके शायद आपको हंसी आए कि आप बेकार में परेशान थे जबकि ऐसी कोई बात थी ही नहीं। अब दोबारा पलों पर जी खोलकर हंसें तो आप अपनी इस परेशानी वाली घड़ी को भी अपनी मुट्ठी में पाएंगे।


केन्द्रित ध्यान- भावना- क्रिया-प्रतिक्रिया- कई बार ऐसा होता है कि आपने अपने साथी को मिलने के लिए बुलाया हो और वह समय पर न आया हो, तो ऐसे समय में आपने कैसा महसूस किया होगा, आपके दिल में बैचेनी बढ़ गई होगी, यह सोचकर कि क्या उसको आपकी परवाह ही नहीं है या यह समझ लिया होगा कि उसकी तो आदत ही ऐसी है। क्या आपकी बैचेनी इतनी बढ़ गई होगी कि आपके मन में बुरे ख्याल आने लगें होंगे कि उसके साथ कहीं कोई दुर्घटना तो नहीं हो गई? क्या आपने ऐसा भी सोचा होगा कि वह मेरे लिए फूल खरीदने के लिए रास्ते में कहीं रूका होगा?

Success

Determination by impulse is the key to quick success

People more than 25,000 who faced failures were analyzed. They described that determination and lack in taking decision were the important things of the cause of failures. Vivid analyses cleared out that all people were in hurry in reaching on their goals. When they brought some changes in the behavior slowly, they started to run on the path of progress. Such people except a few people who never amassed money in life have the tendency to reach on goals soon.  

Vivid analyses cleared out that all people were in hurry in reaching on their goals.
People who know how decisions are taken quickly are sure about what they want. Often, such kinds of people get success. The leader takes quick decision in every field of life and that is why he is a leader. The world has place for those people whose deeds and manifestations clears out their destination.    

Scientific base of prayer

Scientific base of prayer

If you are an observer, you will have pay attention on one thing definitely that most of people are inclined towards prayer. When people are desperate from each side or they meditate through meaningless words, they turn or incline towards prayer with suspicion, doubt and fear.  

inspirational quotes
If you pray for getting something but you don’t have belief in your mind what will happen if prayer is not accepted or you don’t get desired object. It means that there is a lack of determination in your prayer.

If you have an experience of your past life in which you got desired object by praying, you should reach there or remember those memories. In this situation, you will find that you are becoming prepared for praying in positive mental condition.  

If you know the principle of the working style of radio, you will be aware with this fact definitely sound cannot be broadcast until a change comes in the rate of rays. Such rays are heard by the ear of people. Radio station stores bytes of human beings and then broadcast them in the form of rays. In this way, energy of sound can be broadcast through sky. Thereafter, the process of change occurs, the energy which were in the form of rays are identified in the form of sound. 

In this way, the unconscious mind of a person plays the role of a mediator or relay center which sends information and adopts again in the form of special plan by identifying to the prayer in the form of unlimited understanding. Understand this principle and by doing so you will become aware by this fact that the wires between the brain and unlimited understanding by chanting some mantras after sitting on worship place.  

Negative Thinking

Why negative thinking is wrong?

When a person settles thoughts in his brain and balances them with the sentiments, the power of inspiration takes birth which directs and controls each work, activity and impulse.

Thoughts which mixed with the sentiments produce magnetic power. Then this power attracts such kinds of other thought towards it.

Thoughts which mixed with the sentiments produce magnetic power.
Give magnetic force to such kinds of thoughts with sentiments than compare with the seed which gets sprouted and then it keep on growing with many branches and seeds if it is buried in fertile land until that single seed changes into innumerable seeds. In the same way, if you bring negative thoughts in your brain, they will surround your brain by becoming double. Why don’t you adopt positive thinking?

Neglecting negative minded person is your right:


People who were negative minded tried to understand Thomas Addison that he cannot make a machine of voice recording because they thought that none has made such kind of machine. Addison did not pay attention on such kinds of things. He knew that brain is such a thing which has the capacity to make impossible to possible. The brain can discover and manufacture. Knowledge and good wisdom lifted Addison from the level of common people.

Have control over fear

Have control over fear

Fear is nothing except a mental state. Controlling and directing to the mental state is in the hands of people.

Fear is nothing except a mental state.
A person can do nothing until he does not produce any thought in his conscience. A process of change starts in the thoughts of conscience whether they are desired or undesired. Thoughts of conscience which strike in the mind by chance can be helpful in a person’s prosperity, respect, business and social status as own thoughts of a person do.  

We want to tell you one important thing why some people appear lucky whereas other people with equal ability and capability are called unlucky. This truth can be called in this way that each person has the ability to use his brain in a better way and desired direction can be given to the brain by this control.

Nature allows to human being to have control over the thoughts. One truth is related to it that whatever a person makes anything it originates in his mind before the creation of anything. During this period it can be happen that the fear may take to him in its grip. It is also true that all the thoughts have a tendency of physical equality and it is also equally true that the fear and poverty sitting in the mind cannot be changed into courage and financial benefit.


Great quotes

Great quotes, Confidence, Possible & Impossible

Bring closeness in the relations:

If you remain angry with other people all the time, the reason behind it is that your main and basic rules of life have become disturbed. You become disturbed or distressed because of your belief or breaking your rules or levels not because of any other person. Perhaps, you have ignored practical rules too. Next time remember that you will not be angry with any person but it is happening because of the present circumstances. Ask yourself whether your rules are more important or the relation of the person. Any kind of obstruction in old established habits produces the condition of duel. 

Great Quotes of Possible and Impossible
There is no need to say that limited manifestation narrows the life. Give up your poky habits and adopt new ones for the development and progress. Great quotes will not hurt like electric volt but also you will have to include it in life in concrete form. 

Strengthen your confidence:

Confidencehas so much power that it can make or destroy any thing. Once confidence develops its root, it has strong grip on our nervous systems become so powerful that they either may increase the possibilities of present and future or destroy them. If we want to give a direction, we should have knowledge how confidence is controlled. Some special incidents and testaments are such which produces our confidence and thereafter gave direction to our life and deeds. 


Our brain always wants to discover new examples for producing new confidence or for destroying old confidences. Many proofs and testaments have been given in this book so that you may complete any work according your wish. Impossible isalways possible. Obstruction is either in our brain or confidence not in the world. Keep remember that one confidence is equal to such 99 people who have only their good not confidence. Someone has expressed truly that a person is such as he has thinking. 

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Success is definite whether it is too late:

Have firm determination always in your mind. Just imagine about stone cutter how it cuts to the big stones into two pieces. He hits stone with full strength. He keeps on hitting the stone whether any mark appears on it with the first blow of the machine. 

Successful and Unsuccessful quotes
He knows that his efforts are vain yet he keeps on doing his work of hitting stone.

We don’t observe the result soon but it means not that nothing is happening.
The stone cutter keeps on hitting and he gets success in breaking the stone into many pieces. Was it his last attack of which he got success? Definitely not, it was the combined influence of all the attacks done by him. In other words, it was his continuous efforts which gifted him success.

Bring closeness in the relations:

If you remain angry with other people all the time, the reason behind it is that your main and basic rules of life have become disturbed. You become disturbed or distressed because of your belief or breaking your rules or levels not because of any other person. Perhaps, you have ignored practical rules too. Next time remember that you will not be angry with any person but it is happening because of the present circumstances. Ask yourself whether your rules are more important or the relation of the person. Any kind of obstruction in old established habits produces the condition of duel. 

There is no need to say that limited manifestation narrows the life. Give up your poky habits and adopt new ones for the development and progress. Great thought will not hurt like electric volt but also you will have to include it in life in concrete form.

Your special identification:

How do you get special identification? You are peerless and unique in yourself and it is because of your experiences. Your deeds are recorded in your nervous system not in your conscious memory.

These whole conscious or unconscious memories are called reference whatever you observed, heard, smelt or felt remains in your huge hard disk viz brain in hidden position. These references and manifestations are those on which we depend, believe or have strength. These references are those which give a form to our life but these are those meaning of which we are related. 

You can never unsuccessful:

Any person faces failures, temporary defeat definitely before tasting the taste of success in the life. When defeat is heavy over a person, people search the easiest way viz leaving the field. 


Most of people do so. One survey of successful people clears out that big success is one step behind the failure. Failure hides the forcefulness. If you want to be successful, double your failures viz keep on making efforts until you get success. If any work is appropriate according you and you have belief in it, do it by coming forwardly. Keep your aim before you. Don’t deviate if you face temporary defeat or unsuccessful. A person is not unsuccessful or defeated until he accept defeat. 

Thinking positive - Positive thoughts quotes

Feeling good is not hard:

If you are feeling troublesome in your life, it can be the result of deeds done recently or it can be the result of your way of thinking.  We can call it your science of diction.

Adopt positive thoughts so that you may get excessive love
If you don’t like your way of feeling, you should change your way of thinking or change your working style.

You will be astonished by knowing that most of people made such circumstances which keep on getting feel them negativity whereas some people make their life happy by having positive thinking.

Why don’t you adopt easy rules of loving, giving love, positive thinking and pleasurable life for feeling good.

Adopt positive thoughts so that you may get excessive love, happiness and joy.

Give reward to yourself:

Can you teach monkey how to dance? The strange thing is that you can teach them how to dance surely because animals and human beings have changeable practicality. They know how to acclimate according to new circumstances.  

The trainer observes the monkey minutely. When the money marches towards meal, the trainer changes the direction of the meal with the help of monkey and he prompted monkey by excessive meal. 

In this way, the monkey makes the habit to reverse in another direction and the wiggles of reversing appear like dance.

Make a list of pleasurable rewards. When you did something good, you should make those rewards of which you can present by your heart.

Stick it on the table of reading:


Think about your sentimental or practical habits of which you connect with your pains.

Connect your new modes with happiness or pleasurable circumstances. 

Does your new pattern or mode resemble your aim or belief or it is helpful in achieving them.

Keep safe to the benefits of old pattern. If you used to smoke to reduce the tension in past, you should use healthy means for it.

Imagine that you are behaving according to changed habits and your old habits are changing.  

Give up negativity:

We use different kinds of adjectives in defining several circumstances as life is a gambling or life is a struggle etc. Such kinds of adjectives affect many fields of the life. If life is like a battle, passing life is very hard. It means that the meaning of battle in the life is either defeating or dying.

Can life can be passed with natural balance. The word negativity is hardly found in the dictionary of successful people. Words make sentiments more powerful. When you express your sentiments in words, they give a meaning to your sentiments. Don’t include negative words in your dictionary if you want to run on the path of progress.

Positive thoughts - Good thoughts quotes

Secret of success:

Is excellence is the secret of success? True excellence is in pouring the whole strength into the condition of definiteness.
A person who never saw the computer promised the world to give software. It was the sensibility of his definiteness because of which he made his sources active and made his future.
Consecrate yourself completely for getting success.

Impossible is made possible by imagination?

Positive Thinking in English
Often, our brain is not able in differentiating between true experiences and imaginations. As a scientist said that imagination power is more powerful than the knowledge
There are many people who fear from new experiences whereas other people try to adopt new experiences because they have taken the support of vivid imagination for getting desired consequences.
Develop such aim which may incite you. Take new experiences. Imagine your success. 

Confrontation with obstacles:
Knowing it is very necessary how we should face adverse circumstances? Successful people consider obstacles temporary whereas unsuccessful people consider them permanent. Dr martin called it enlightened hopeless condition which is the result of following mentioned thinking. 

  • Problem is permanent not temporary.
  • Problems are all around.
  • Problem is personal.
Belief is the key to success:
Hopes increase working capacity which is called Pygmalion effect. A researcher said to the teachers that some children are very talented in their class. There is need to sharpen the talent of such students continuously. Teachers did so and the student who had been selected as intelligent or talented show good result. Describing one thing is necessary here that no such study has been done which describes that those children are talented and those are weak. This study shows how important the belief is? 

Changed activity:
How the changes are? It happens when we change our ways of working and connect ourselves to the nervous system. Then, a kind of change comes in the experience too. You continue drinking till you get pleasure by it. It happens because you connect wine to your frustration, accident even then death. Sensation of pain and happiness is related to our nervous system. The connection with the nervous system determines our behavior. 

Only single moment is sufficient:
The faster the problem appears, the faster the solution of it can be found. If you take long time in changing your habit, the reason behind it is that you have taken too much time in thinking that you must change. Be sure that you can change yourself even now.   
People connect change to their previous failures and think that they will have to undergo through long process in the process of changing habits. 
Such kinds of mental obstructions take long time in bringing change. Throw those problems out even now and feel that new change or new deeds will give birth to new results. Though, you will try to neglect it but it is the truth.  
Have you ever seen a fly entangling in a window? The fly keeps on smashing to the window in the efforts to come out from the window.  The same situation is with human being too. It may be that they are inspired or motivated but they don’t get success if they will try in wrong direction viz in the direction where failures are definite.

Proficiency in changing:
Quit your practical habits. Break such limitations with entertainment.
We keep on trying to acclimate our body and brain until any habit appears. We use only one path to come out regularly and then we use second path and go on it.
Our sentiments and habits related to behavior are same as we imagine. Negative reaction, anger, depression, etc are included in our habits. Try to be happy and train for acknowledgement.